Chhattisgarh History | CG Me Jangal Satyagrah GK
CG जंगल सत्याग्रह
गट्टासिल्ली जंगल सत्याग्रह जून 1930
धमतरी की घटना से क्षेत्र में वन कानून के विरोध में यह सत्याग्रह किया गया। जिसके तहत मवेशियों के वन प्रवेश पर रोक लगा दी गई तब नत्थूजी जगताप, नारायण राव मेघावाले के नेतृत्व में यह सत्याग्रह किया गया और पशुओं को जंगल में चरने छोड़ दिया गया। पशुओं को पकड़कर कांजी हाउस में बंद करते हुए उन पर जुर्माना भी लगाया गया। अंत में अंग्रेज सरकारको सत्याग्रहियों के आगे झुकते हुए सभी मवेशियों को छोड़ना पड़ा।
मोहबना-पोड़ी जंगल सत्याग्रह जुलाई 1930
दुर्ग जिले के मोहबना और पोड़ी में ग्रामीण आदिवासियों ने अपने मवेशी रक्षित वन में चरने के लिए छोड़ दिए। अधिकारियों ने मवेशियों को कांजी हाउस में बंद कर दिया। इस आंदोलन का नेतृत्व प्रारंभ में स्थानीय आदिवासियों द्वारा किया गया बाद में नरसिंह प्रसाद अग्रवाल ने इसका नेतृत्व किया।
गट्टासिल्ली वन सत्याग्रह
- स्थान धमतरी (जून 1930)
- नेतृत्वकर्ता : नारायण राव, नत्थूजी जगताप छोटेलाल श्रीवास्तव
- अन्य: शोभाराम देवांगन, गिरधारी लाल तिवारी, मुकुन्द राय, गंगाधर राव पण्डोले
- मोहबना जंगल सत्याग्रह
- स्थान: दुर्ग (जुलाई 1930)
- नेतृत्वकर्ता : शुरूआत स्थानीय आदिवासियों द्वारा बाद में नेतृत्वनरसिंह प्रसाद अग्रवालद्वारा
रुद्री नवागांव जंगल सत्याग्रह अगस्त 1930
30 अगस्त 1930 को बड़ी संख्या में आदिवासियों ने धमतरी जिले के नवागांव के समीप आरक्षित वन की घास काटकर जंगल कानून के उल्लंघनका निश्चय किया। इसका नेतृत्व नारायणराव मेघावाले तथा नत्थूजी जगताप करने वाले थे, पर उन्हें गिरफ्तार कर रायपुर जेल भेज दिया गया।
बाद में इसका नेतृत्व बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव ने किया। रुद्री नवागांव सत्याग्रह में पुलिस ने बर्बरता दिखाई तथा गोली चालन किया जिससे सिंधु मृत्यु हो गई।
महासमुंद (तमोरा) जंगल सत्याग्रह सितंबर 1930
सितंबर 1930 में यति यतनलाल व शंकरराव गनोदवाले के नेतृत्व में प्रतिदिन घास काटकर जंगल कानून भंग करने का प्रयास किया गया। जंगलसत्याग्रह के दौरान बालिका दयावती का शौर्य भी उल्लेखनीय है।
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अन्य जंगल सत्याग्रह
- 1. छुई खदान जंगल सत्याग्रह, राजनांदगांव (1938): समारू बरई का नाम उल्लेखनीय है।
- 2. बदरा टोला जंगल सत्याग्रह (1939) : रामाधीन गोंड शहीद
- 3. लभरा ग्राम जंगल सत्याग्रह (1930) : गोंड जनजाति द्वारा (आनंद राम गोंड, श्याम लाल गोंड)
- 4. पोड़ी ग्राम जंगल सत्याग्रह (1930) : नेतृत्व- रामाधार दुबे
- 5. बांधाखार जंगल सत्याग्रह (1930) : जि.कोरबा, गोंड, कंवर जनजाति द्वारा
- 6. सारंगढ़ जंगल सत्याग्रह (1930) : रायगढ़ क्षेत्र, नेतृत्व धनीराम, जगत राम
रूद्री नवागांव
- स्थान : धमतरी (अगस्त 1930)
- नेतृत्वकर्ता: नत्थूजी जगताप, नारायण राव मेघावाले,
- छोटेलाल श्रीवास्तव,
- विशेष: रूद्री नवागांव जंगल सत्याग्रह में पुलिस बर्बरता हुई, जिसमें सिंधु कुम्हार तथा रूलु नामक व्यक्ति की मृत्यु हुई।
तमोरा जंगल सत्याग्रह
- स्थान : महासमुंद (सितम्बर 1930)
- नेतृत्वकर्ता : शंकरराव गनोदवाले, यतियतन लाल, भगवती मिश्र
- विशेष : महिला कार्यकर्ता बालिका दयावती द्वारा वन अधिकारी को तमाचा मारा गया
घोंघाडीह सत्याग्रह
- स्थान: जुलाई 1930
- नेतृत्व: अजीत रावत, मुकुन्दा आदि
- पोड़ीगांव जंगल सत्याग्रह
- स्थान : दुर्ग (अगस्त 1930)
- नेतृत्वकर्ता: नरसिंह प्रसाद अग्रवाल