छत्तीसगढ़ में वन वृत्त, वन के प्रकार, राष्ट्रीय वन, वन अभ्यारण्य, वन प्रबन्धन एवं पुरस्कार
वन आवरण (क्षेत्रफल) की दृष्टि से छत्तीसगढ़ राज्य का देश में तृतीय स्थान है।
छत्तीसगढ़ के 44.2 प्रतिशत भाग वनाच्छादित हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य को 6 वन वृत्तों में बांटा गया हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य का वन मुख्यालय बिलासपुर में हैं।
राज्य में कुल वनमंडलो की संख्या 32 है।
राज्य के वन क्षेत्रों के अधीन कुल 427 वनग्राम अधिसूचित है।
राज्य में कुल वन क्षेत्र का 43.13 प्रतिशत आरक्षित वन है।
राज्य में कुल वन क्षेत्र का 40.22 प्रतिशत संरक्षित वन है।
राज्य में कुल वन क्षेत्र का 16.65 प्रतिशत अवर्गीकृत वन है।
छत्तीसगढ़ में कुल वन क्षेत्र में साल वृक्ष का प्रतिशत 40.56% सर्वाधिक हैं।
राज्य में कुल वन क्षेत्र के 9.42 प्रतिशत क्षेत्र में सागौन के वन पाये जाते हैं।
छ.ग. में देश का लगभग 17 प्रतिशत तेन्दूपत्ता उत्पादित होता है।
‘साल वनों का द्वीप’ बस्तर संभाग को कहते है।
वन अधिकार पत्र देने में देश में छत्तीसगढ़ का स्थान प्रथम है।
रायपुर के बरौंडा गांव के 150 एकड़ क्षेत्र में स्थापित होने वाला ‘नेशनल ब्यूरो ऑफ एबॉयोटिक्स स्ट्रीट सेंटर’ देश का 7 वाँ नम्बर का राष्ट्रीय शोध संस्थान होगा।
छ.ग. में वनपाल प्रशिक्षण विद्यालय जगदलपुर (बस्तर) में स्थित है।
छ.ग. राज्य पर्यावरण संरक्षण मंडल भिलाई (दुर्ग) में स्थित है।
छ.ग. वनरक्षक प्रशिक्षण केन्द्र विद्यालय महासमुन्द में स्थित है।
छ.ग. की स्थापना राज्य वन अनुसंधान एवं शोध संस्थान की स्थापना बिलासपुर में प्रस्तावित है।
राज्य में वन्य प्राणियों के संरक्षण के लिए 6468 वर्ग कि.मी. का क्षेत्र आरक्षित है।
छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय उद्यान की संख्या 3 है।
छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान (कोरिया) हैं।
छ.ग. का सबसे बड़ा अभ्यारण्य तमोरपिंगला बलरामपुर जिले में स्थित है।
छत्तीसगढ़ का सबसे छोटा अभ्यारण्य बादलखोल (जशपुर) हैं।
स्थापना के आधार पर छत्तीसगढ़ का सबसे प्राचीन अभ्यारण्य सीतानदी हैं।
बलरामपुर/बीजापुर जिले में सर्वाधिक वन अभ्यारण्य है।
वन का सर्वाधिक क्षेत्र बीजापुर जिले में है।
वन का सर्वाधिक प्रतिशत नारायणपुर जिले में है।
छ.ग. का प्रथम तितली पार्क कांगेर राष्ट्रीय उद्यान में बनाया जा रहा है।
प्रदेश का सर्वश्रेष्ठ सागौन वृक्ष खुरशैल वैली में पाया जाता है।
छत्तीसगढ़ में इमारती लकड़ियों का वार्षिक उत्पादन 845 लाख घन मीटर है।
बाँस वनों से प्राप्त राजस्व में छ.ग. का हिस्सा लगभग 42 प्रतिशत है।
राज्य के जशपुर वनमंडल में तपकरा सर्पज्ञान केन्द्र की स्थापना की जा रही है।
राज्य में लगभग 7887 से अधिक वन प्रबंधन समितियां अधिसूचित है।
‘हरिहर छत्तीसगढ़ पौधारोपण के महाभियान का नाम है।
छ.ग. में निजी क्षेत्र (डी.एस. ग्रुफ) की सबसे बड़ी (देशमें)वनौषधि विकास परियोजना प्रारंभ की गयी है।
नंदनवन (रायपुर) में दुनिया की सबसे उम्रदराजशेरनियों में एक रही शंकरी की आयु 22 वर्ष 10 माह 4 दिन रिकार्ड की गई।
उदन्ती वन अभ्यारण्य (गरियाबंद) वन भैसा के लिए प्रसिद्ध हैं।
राज्य के दो अभ्यारण्यों बादलखोल एवं तमोरपिंगला को हाथी रिजर्व एरिया के रुप में विकसित करने की प्रक्रियाएँ हो रही है।
बलरामपुर जिले में समरसोत अभ्यारण्य स्थित हैं।
इन्द्रावती राष्ट्रीय उद्यान बीजापुर जिले में स्थित है।
गोमरदा अभ्यारण्य रायगढ़ जिले में है।
अचानकमार अभ्यारण्य-मुंगेली जिला में स्थित है।
छत्तीसगढ़ की एकमात्र गेम सेंचुरी कुटुरू है।
छत्तीसगढ़ का टाइगर प्रोजेक्ट राष्ट्रीय उद्यान इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान हैं।
छ.ग. केतीन अभ्यारण्यअचानकमार (मुंगेली), उदयंती (गरियाबंद) एवं सीतानदी (धमतरी) को सन् 2009 में टाइगर प्रोजेक्ट में सम्मिलित किया गया है।
छ.ग. के कुल वन क्षेत्रफल में बाँस के वनों का लगभग 11 प्रतिशत हैं।
छ.ग. राज्य निर्माण के बाद बने पहले एवं राज्य के 11वें अभ्यारण्यभोरमदेव अभ्यारण्य का क्षेत्रफल 163 कि.मी. हैं।
बस्तर की जटालूर नदी में प्राकृतिक रुप से मगरमच्छ पाये जाते हैं।
छ.ग. के अचानकमार (मुंगेली) वन अभ्यारण्य को 2005 में जीव मंडल (बायोस्फीयर) रिजर्व क्षेत्र घोषित किया गया है।
छ.ग. का प्रसिद्ध तुरतुरियाआश्रमबार नवापारा (महासमुन्द) वन अभ्यारण्य केमध्य स्थित है।
छ.ग. राज्य को लघु वनोपज लाख के उत्पादन में राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है।
छत्तीसगढ़ का नवीनतम जंगल सफारी छत्तीसगढ़ के नवीन रायपुर में विकसित होगा।
2 thoughts on “छत्तीसगढ़ में वन सम्पदा एवं वन्यजीव सामान्य ज्ञान CG Van Sampada Gk”
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Best gk for all exam tq sir ji