pauni pasari yojana kya hai
· योजना की शुरुआत : 02 अक्तूबर 2019 से (गांधी जी की 150 वीं जयंती पर)
· योजना का प्रमुख उद्देश्य : राज्य के परंपरागत व्यवसायों को बढ़ावा देते हुए बेरोजगारों के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न कराना।
· यह योजना राज्य के 166 नगरीय निकायों से प्रारम्भ की गयी थी।
· वर्तमान में यह सभी 170 नगरीय निकायों में लागू हैं।
· योजना के लिए नोडल विभाग : श्रम रोजगार विभाग, छत्तीसगढ़ शासन
· लाभार्थी : राज्य के बेरोजगार युवा और युवतियाँ ।
· लक्ष्य : परंपरागत व्यवसाय से जुड़े राज्य के 12 हजार से अधिक परिवारों को रोजगार देना।
योजना के प्रमुख प्रावधान –
· आर्थिक सहायता : इसके तहत परंपरागत व्यवसाय को शुरू करने वालों को राज्य सरकार द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
· आर्थिक लक्ष्य : प्रारम्भ में इस योजना के लिए लगभग 73 करोड़ का बजट बनाया गया था।
· सरकारी निवेश : वर्ष 2022 में योजना के कार्यान्वयन के लिए सरकार द्वारा इस 30 करोड़ रुपए का निवेश किया गया।
· महिला आरक्षण : महिलाओं को इस योजना के अंतर्गत 50% का आरक्षण दिया है।
व्यवसायों को बढ़ावा देते हुए बेरोजगारों के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न कराना।
02 अक्तूबर 2019