“बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” योजना एक भारत सरकार की पहल है जिसका उद्देश्य लड़कियों के जन्म पर होने वाले अनैतिक प्रथाओं और उनके शिक्षा में समानता की प्रोत्साहना करना है। इस योजना का आरंभ 22 जनवरी 2015 को किया गया था। यह एक सामाजिक और सार्वजनिक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (स्वास्थ्य मंत्रालय से संबद्ध) के तत्व और जनजाति कल्याण मंत्रालय के तत्वों के सहयोग से चलाई जा रही है।
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beti bachao beti padhao scheme 2024 benefits
Beti Bachao Beti Padhao Scheme 2024 क्या है यदि आपके घर में बेटी है तो आप कोई भी सरकारी बैंक या डाकघर या राष्ट्रीय बैंक में खाता होना चाहिए, उदाहरण के लिए आप पनी बेटी के अकाउंट में 1 हजार महिना जमा करते है तो आपको 14 साल में 1 लाख 68 हजार जमा करना है बेटी की उम्र 21 वर्ष पूरा होने पर आपको बैंक योजना के तहत 607128 रूपये प्रदान करेगी | इस योजना के अंतर्गत आप जीता चाहे उतना पैसा बैंक में डाल सकते है
योजना के अंतर्गत माता-पिता को उनकी बेटी के 18 वर्ष की होने पर 50% राशि निकालने की अनुमति देती है। जब वह 21 वर्ष की हो जाएगी तो वे बाकी बचा हुआ राशि निकाल सकते हैं। व्यक्ति इस राशि का उपयोग बेटी की शादी से संबंधित खर्च का प्रबंधन करने के लिए कर सकते हैं।
आपको बता दे की आपकी बेटी जब 21 वर्ष की हो जाती है तो योजना अपने आप बंद हो जाती है उस समय आप पूरा पैसा निकल सकते है
आवेदन कैसे करे – बेटी की 10 वर्ष की आयु पूरा होने से पहले आवेदन कर सकते है 10 वर्ष से उपर होने के बाद इसमें आवेदन स्वीकार नहीं किया जायगा | आपकी बेटी का बैंक अकाउंट खुला होना चाहिए साथ ही सुकन्या समृद्धि योजना में अकाउंट खुला होना चाहिए बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” योजना आप कोई सरकारी बैंक में जा के आवेदन कर सकते है बैंक में आपको और अछे से जानकारी देंगे
जरुरी कागजात – आवेदक का जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता का पहचान पत्र, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, उपयोगिता बिल, पासपोर्ट, बैंक अकाउंट, पासपोर्ट फोटो आदि
योजना का लाभ लेने के लिए बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” योजना बैंक में जा के आवेदन करे, ध्यान रहे बैंक वाले कोई दूसरा योजना में आपको निवेश करने के लिए बोलेंगे तो मत करना
इस योजना के मुख्य लक्ष्यों में से एक है “बेटी बचाओ” जिसका मतलब है लड़कियों को जन्म से ही मार्गदर्शन और सहारा प्रदान करना ताकि उन्हें जीवन में समान अधिकार और अवसर मिल सकें। “बेटी पढ़ाओ” का उद्देश्य है लड़कियों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना ताकि वे समाज में समर्थ और स्वतंत्र नागरिक बन सकें।
इस योजना के अंतर्गत, लड़कियों के जन्म पर प्राधिकृत और असमान पूर्व प्रथाओं के खिलाफ उत्तेजना के लिए विभिन्न जनजातियों के लोगों को आत्मनिर्भरता के लिए समर्थ बनाने के लिए विभिन्न योजनाएं शामिल हैं। इनमें वित्तीय सहायता, शिक्षा के लिए समर्पित योजनाएं और सामाजिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देने वाली अन्य कई उपाय शामिल हैं।
इस योजना के तहत, सरकार ने कई उपायों को शामिल किया है, जिनमें शामिल हैं:
- बेटियों की सुरक्षा: गर्भावस्था में महिलाओं की सुरक्षा के लिए उपायों को प्रोत्साहित करना और अवैध गर्भपात को रोकने के लिए कदम उठाना।
- नामकरण योजना: नवजात बच्चियों के लिए नामकरण की प्रक्रिया को सरल बनाने और इसकी प्रोत्साहना करने के लिए उपायों को लागू करना।
- नवजात शिशु की देखभाल: बच्चों की सही देखभाल के लिए मातृ और पितृ अवकाश की प्रोत्साहना करना और बच्चों की अच्छी सेहत के लिए उपायों को लागू करना।
- बेटियों की शिक्षा: बच्चियों को उच्च शिक्षा तक पहुंचाने के लिए उपायों को बढ़ावा देना जैसे कि छात्रवृत्तियाँ और अन्य शिक्षा से संबंधित योजनाएं।
- समाज में जागरूकता: बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के माध्यम से समाज में लड़कियों के महत्व की जागरूकता बढ़ाना और उन्हें समर्थ नागरिक बनाने के लिए उपायों को लागू करना।
इस योजना का उद्देश्य बेटियों को समर्थ, सुरक्षित और समाज में समर्थ नागरिक बनाना है। इसके तहत कई राज्यों में विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं ताकि बेटियों को सही से पलने, पढ़ाई करने और अपने सपनों को पूरा करने का मौका मिले।