छत्तीसगढ़ी भाषा के विकास में समाचार पत्रों व सिनेमा की भूमिका | Cg Language GK

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छत्तीसगढ़ी भाषा के विकास में समाचार पत्रों, पत्रिकाओं, आकाशवाणी व सिनेमा की भूमिका

फिल्मनिर्मातानिर्देशकगीतकारविशेष
1.      प्रथम फिल्म – कहि देबे संदेस

[CG PSC (PDD)2019]

मनु नायक

[CG PSC (Pre.)2016

मनु नायक

 

हनुमन्त नायडु (राजदीप)

[CG PSC (Mains)2018]

छ.ग. में फिल्म – जगत के (1965) जन्मदाता- मनु
2.      द्वितीय फिल्म – घर द्वारविजय कुमार पाण्डेयनिर्जन तिवारीहरि ठाकुरवर्ष 1971
3.      मोर छंइहा भुईहा (छ.ग. का प्रथम रंगीन फिल्म)शिवदयाल जैनसतीश जैनलक्ष्मण मस्तुरिया 

 

Chhattisgarhi Language Development History

छत्तीसगढ़ी भाषा के विकास में छत्तीसगढ़ी सिनेमा की भूमिका

  1. कहि देबे संदेस – वर्ष 1965 में छत्तीसगढ़ी भाषा में प्रथम फिल्म “कहि देबे संदेस’ सिनेमाघरों में प्रदर्शित किया गया। जिसके निर्माता व निर्देशक मनु नायक थे। जिन्होंने तत्कालीन समय में सीमित संसाधनों, अकुशल कलाकारों जैसे अनेक समस्याओं के बावजूद भी उनके जी-तोड़ मेहनत से यह फिल्म छत्तीसगढ़ को भारत के फिल्म जगत के नक्शा में पहचान दिलाई। दुर्भाग्यवश इस फिल्म की कथा-कहानी, कलाकारी एवं गीत-संगीत कर्णप्रिय एवं मनमोहक होने के बावजूद भी दर्शकों को अपनी ओर खींच लाने में कामयाब नहीं हो सका। किन्तु यह अपने प्राथमिक उद्देश्यों में सफल रहा।
  2. घर-द्वार‘ – वर्ष 1971 में छत्तीसगढ़ के सिनेमा जगत में छत्तीसगढ़ी भाषा की दूसरी फिल्म ‘घर-द्वार’ प्रदर्शित हुआ। जिसके निर्माता विजय कुमार पाण्डेय तथा निर्देशक निर्जन कुमार तिवारी थे। इसके गीतकार हरि ठाकुर जी थे। यह फिल्म भी कड़ी मेहनत और अथक परिश्रम के बावजूद भी दर्शकों को अपनी ओर खींच लाने में सफल नहीं हो सका।
  3. मोर छइहा भुईहा – उपरोक्त दोनों फिल्म के कटु अनुभव ने छत्तीसगढ़ में फिल्म निर्माण के विचारधाराओं पर एक लगाम लगा दिया था। किन्तु हमारा छत्तीसगढ़ कर्मठ, ऊर्जावान एवं संवेदनशील फिल्मकारों से परिपूर्ण है। जिसमें से एक फिल्मकार सतीश जैन भी हैं जिन्होंने वर्ष 2000 में निर्माता शिवदयाल के सहयोग से छत्तीसगढ़ के प्रथम रंगीन फिल्म मोर छंइहा भुईहा सिनेमा जगत पर आई। इस फिल्म ने शुरूआती दौर में सफलता के नए रिकॉर्ड कायम किए और छत्तीसगढ़ ने फिल्म जगत में अपनी पहचान बनायी।

छत्तीसगढ़ी भाषा के विकास में समाचार पत्रों एवं पत्रिकाओं की भूमिका

20वीं शताब्दी के आरंभ में स्वतंत्रता आंदोलन के समय छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़ी भाषा के समाचार पत्र एवं पत्रिकाओं की भूमिका छतीसगढ़ी भाषा को विशेष पहचान मिली। इन पत्र-पत्रिकाओं की शुरूआत ‘छत्तीसगढ़ मित्र नामक पत्रिका से हुई, जिसका प्रकाशन माधव राव सप्रे, सहयोगी वामनराव लाखे एवं रामराव चिंचोलकर द्वारा किया गया। जो 1900 ई. में पेण्ड्रा रोड (गौरला-पेण्ड्रा-मरवाही) से प्रकाशित हुई। इसके अतिरिक्त छत्तीसगढ़ी भाषा के अन्य प्रमुख पत्र एवं पत्रिकाएं निम्नलिखित है

पत्रिका  संपादकप्रकृतिस्थान
छत्तीसगढ़ीमासिक मुक्तिदूतमासिकरायपुर (1955)
मयारू माटीसुशील वर्माछत्तीसगढ़ी मासिकरायपुर से
छत्तीसगढ़ सहयोगरंजन लाल पाठकरायपुर से
भोजलीडॉ. विनय कुमार पाठकछत्तीसगढ़ी पत्रिकाबिलासपुर से
धान का कटोराडॉ. विनय कुमार पाठकछत्तीसगढ़ी पत्रिकाबिलासपुर से
चिंगारी का फूलडॉ. विनय कुमार पाठकछत्तीसगढ़ी पत्रिकाबिलासपुर से
लोकाक्षरनंदकिशोर तिवारीछत्तीसगढ़ी त्रैमासिकबिलासपुर [1998]
मड़ईसुधा वर्मा (केयूर भूषण के सलाह पर)छत्तीसगढ़ी साप्ताहिक_
नारी का संबलशकुंतला तरारछत्तीसगढ़ी पत्रिका_
लोक मंजरीदुर्गा प्रसाद पारकरछत्तीसगढ़ी त्रैमासिक_
अंजोरजयंत साहूछत्तीसगढ़ी साप्ताहिकलोककला कुंज, भिलाई
विचार समाचारविश्वनाथ वैशम्पायन_

विभिन्न समाचार पत्रिकाओं में छत्तीसगढ़ी कॉलम

छत्तीसगढ़ी कॉलम

 

पत्रिका

 

संपादक

 

विशेष

 

संगवारी

 

दैनिक भास्कर

 

सूर्यकान्त चतुर्वेदी

 

छत्तीसगढ़ के साहित्यकारों यथा -डॉ. विनय कुमार पाठक, पं. श्यामलाल चतुर्वेदी, डॉ. पालेश्वर शर्मा, बसन्ती वर्मा, सरला शर्मा आदि के छत्तीसगढ़ी कविताएं, समीक्षा, लेख आदि प्रकाशित होते हैं।
पहट

 

पत्रिका

 

गुलाल वर्मा

 

छत्तीसगढ़ी साप्ताहिक पृष्ठ
चौपाल

 

हरिभूमि

 

डॉ. हिमांशु द्विवेदी एवं दीनदयाल साहू

 

4 पृष्ठों का साप्ताहिक अंक है जिसमें छत्तीसगढ़ के कथा-कहानी, संस्कार-गोठ बात, गांव की कहानियां आदि प्रकाशित होते हैं।
गुड़ी के गोठ

 

नवभारत

 

डॉ. पालेश्वर शर्मा

 

साप्ताहिक अंक है जिसमें छत्तीसगढ़ी लेख, कविता, कहानी, नाटक का प्रकाशन होता है।

 

अपन डेरा

 

अमृत संदेश

 

 साप्ताहिक अंक है।
डहर चलती बेरा-बेरा के बात

 

देशबन्धु

 

परमानंद वर्मा

 

छत्तीसगढ़ी कविता, कहानी, लेख का प्रकाशन

छत्तीसगढ़ के प्रमुख समाचार-पत्र

  • 1900 – छत्तीसगढ़ मित्र – माधवराव सप्रे (रामराव चिंचोलकर) (गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही)
  • 1908 – हिन्द केसरी – माधवराव सप्रे (नागपुर)
  • 1915 – सूर्योदय – कन्हैया लाल शर्मा (रायपुर) (बाद में नाम परिवर्तित कर विद्योदय कर दिया गया)
  • 1920 – भानूदय – मुंगेली
  • 1921 – अरूणोदय – ठा. प्यारेलाल सिंह (बिलासपुर गौरव) (राजनांदगांव)
  • 1922 – जेल पत्रिका – पं. सुन्दरलाल शर्मा (रायपुर) (18 पेज)
  • 1923 – छत्तीसगढ़ – मनोहर प्रसाद मिश्र (चन्द्रपुर, जाँजगीर-चांपा)
  • 1924 – कान्यकुब्ज – पं. रविशंकर शुक्ल (रायपुर)
  • 1924-25 – विकास – बिलासपुर विकास परिषद् द्वारा (कुलदीप सहाय) रायगढ़ समाचार – बाबू श्यामलाल (रायगढ़)
  • 1935 – उत्थान – रायपुर विकास परिषद् द्वारा (पं. सुन्दरलाल शर्मा) CG Vyapam (MACC) 2017
  • 1936 – महाकौशल _- अम्बिकाचरण शुक्ल (साप्ताहिक) (रायपुर)
  • 1936 – हैहयवंश – उदय प्रताप (दुर्ग)
  • 1936- निष्पक्ष – रेवा प्रसाद मिश्र
  • 1936 – प्रकाश – यदुनंदन प्रसाद श्रीवास्तव (बिलासपुर)
  • 1937 – कांग्रेस पत्रिका – रायपुर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा
  • 1937 – सचेत – कुलदीप सहाय (बिलासपुर) –
  • 1939 – बस्तर समाचार – सरकारी समाचार पत्र (जगदलपुर)
  • 1941 – पराक्रम – रामकृष्ण पाण्डेय (बिलासपुर)
  • 1942 – अग्रदूत __- केशव प्रसाद वर्मा (भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान रायपुर से प्रकाशित)
  • 1943 – सावधान – शिवनारायण द्विवेदी (रायपुर)
  • 1944 – आजकल – ज्वाला प्रसाद मिश्र (रायगढ़)
  • 1947 – छ.ग. केसरी – दीपचंद डागा (शिवदास डागा के पुत्र) (रायपुर)
  • 1947 – जिंदगी – केदारनाथ झा (दुर्ग)
  • 1948 – नवज्योति – – घनश्याम प्रसाद श्याम (रायपुर)
  • 1950 – राष्ट्रबंधु – ठा. प्यारेलाल सिंह (रायपुर)
  • 1951 – महाकौशल – पं. रविशंकर शुक्ल (प्रथम दैनिक)
  • 1955 – छत्तीसगढ़ी मासिक- मुक्तिदूत, रायपुर (छत्तीसगढ़ी भाषा में प्रकाशित प्रथम समाचार पत्र)
  • 1959 – नई दुनिया – स्व. श्री मायाराम सुरजन (रायपुर से प्रकाशित) – 1974 में इसका नाम देशबंधु रखा गया। यह प्रदेश का निरंतर प्रकाशित होने वाला सबसे पुराना अखबार है। –
  • 1961 – युगधर्म
  • 1984 – अमृत संदेश
  • 1988- दैनिक भास्कर
  • 1990 – देशबन्धु
  • 1998 – लोकाक्षर – नंदकिशोर तिवारी (बिलासपुर)
  • 2001 – हरिभूमि

विस्तृत वर्णन

  1. छत्तीसगढ़ मित्र – छ.ग. का प्रथम समाचार पत्र [CG Vyapam (AAF) 2016]
  • प्रकाशन – 1900 स्थान – पेन्ड्रारोड (गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही)
  • प्रकाशक – माधवराव सप्रे एवं रामराव चिंचोलकर
  • प्रकृति – मासिक पत्रिका थी।
  • सहयोगी रामराव चिंचोलकर
  • नोट वित्तीय कारणों से तीन वर्ष पश्चात 1903 में बंद हो गया।
  1. महाकौशल – छत्तीसगढ़ का प्रथम साप्ताहिक समाचार पत्र [CG PSC (Lib) 20171 [CG PSC (Lib) 2017]
  • प्रकाशन – 1936 – 37
  • स्थान – रायपुर (प्रारंभ – नागपुर से फिर 1963 में रायपुर से प्रकाशित)
  • प्रकाशक – अम्बिकाचरण शुक्ल
  • नोट – सन् 1951 में महाकौशल का प्रकाशन दैनिक रूप से किया जाने लगा अतः महाकौशल को प्रथम दैनिक समाचार होने का भी श्रेय दिया गया है।
  1. छत्तीसगढ़ी मासिक- छत्तीसगढ़ी भाषा में प्रकाशित राज्य का प्रथम समाचार पत्र [CG PSC (PDD) 2018].
  • प्रकाशन – 1955
  • स्थान – रायपुर .
  • संपादक – मुक्तिदूत
  1. धान का कटोरा [CGPSC (Mians) 2012, 2014]
  • प्रकान – 1968
  • सम्पादक विनय कुमार पाठक
  • स्थान + बिलासपुर
  1. भोजली पत्रिका – त्रैमासिक पत्रिका
  • प्रकाशन – 1968-75
  • सम्पादक – विनय कुमार पाठक
  • स्थान – बिलासपुर
  1. छत्तीसगढ़ सहकारी संदेश
  • प्रकाशन – 1972 .
  • सम्पादक – विनय कुमार पाठक
  • स्थान – इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़
  1. दण्डकारण्य समाचार – साप्ताहिक
  • प्रकाशन – 1959
  • सम्पादक – श्री सतीश बनर्जी
  • स्थान – जगदलपुर
  • भाषा – अंग्रेजी, हिन्दी और स्थानीय हल्बी
  1. बस्तरिया – साप्ताहिक समाचार पत्र
  • प्रकाशन – 1984
  • सम्पादक लाला जगदलपुरी
  • स्थान – जगदलपुर
  • भाषा हिन्दी व हल्बी

छत्तीसगढ़ राज्य लोकसेवा आयोग मुख्य परीक्षा में पूछे गये प्रश्नों के मॉडल उत्तर

प्र.-01. समन्वित साहित्यिक रेडियो पत्रिका (छत्तीसगढ़ी) ‘मोर भुइयाँ’ के बारे में संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। CG PSC (Mains) 2018-19]

उत्तर- मोर भुइयां, आकाशवाणी से प्रसारित एक समन्वित साहित्यिक रेडियो पत्रिका (छत्तीसगढ़ी) है। जिसका उद्देश्य छत्तीसगढ़ की लोक परम्परा,साहित्य एवं पर्वो पर रूचि उत्पन्न करना है। इसके संपादक आकाशवाणी रायपुर के श्याम वर्मा जी हैं। इसका प्रसारण प्रत्येक मंगलवार की सुबह 8.30 बजे से 9.00 बजे तक रायपुर केन्द्र द्वारा किया जाता है। इसके साथ अन्य क्षेत्रीय आकाशवाणी केन्द्रों यथा बिलासपुर, रायपुर, अम्बिकापुर एवं जगदलपुर में रिले किया जाता है। “मोर–भुइयां” कार्यक्रम की लोकप्रियता इतनी है कि इसे न केवल नगरों में अपितु गांवों में भी सुना जाने लगा है।

प्र-02. छत्तीसगढ़ी सेवक के संपादक का नाम लिखिए।  [CG PSC (Mains) 2017, अंक-01]
उत्तर- मुक्तिदूत

प्र-03. छत्तीसगढ़ी की प्रथम फिल्म कौन-सी है? [CG PSC (Mains) 2017, अंक-01]
उत्तर- कहि देबे संदेस  [CG PSC (Mains) 2015, अंक-01]

प्र-04. ‘भोजली’ त्रैमासिक का प्रकाशन कहाँ से हुआ था ?
उत्तर- बिलासपुर से [CG PSC (Mains) 2014, अंक-01]

प्र-05. ‘छत्तीसगढ़ी मासिक’ पत्रिका के संपादक का नाम –
उत्तर- मुक्तिदूत

प्र-06. ‘छत्तीसगढ़ मित्र’ का प्रकाशन कहाँ से हुआ ? [CG PSC (Mains) 2014, अंक-01]
उत्तर- पेंड्रा रोड, बिलासपुर से

प्र-07. छत्तीसगढ़ी की पत्रकारिता को पुष्ट करने वाली किन्हीं चार पत्रिकाओं के नाम लिखिए। [CG PSC (Mains) 2014, अंक-02]
उत्तर- भोजली, मड़ई, मयारू माटी, लोकाक्षर

प्र-08. छत्तीसगढ़ी भाषा की किसी एक पत्रिका का नाम – [CG PSC (Mains) 2013, अंक-01]
उत्तर- छत्तीसगढ़ सेवक

प्र-09. छत्तीसगढ़ी भाषा में प्रकाशित एक पत्रिका का नाम बतलाइए [CG PSC (Mains) 2012, अंक-01]
उत्तर- भोजली 

प्र-10. “छत्तीसगढ़ी” मासिक पत्रिका के संपादक – [CG PSC (Mains) 2012, अंक-01]
उत्तर- मुक्तिदूत

Cg gk

प्र-1.  छत्तीसगढ़ मित्र छत्तीसगढ़ का प्रकाशित होने वाला पहला अखबार है जो कि सन् 1900 में प्रकाशित हुआ था। इसको प्रारंभ किया गया था –
(A) माधवराव सप्रे
(B) पं. रामराव चिंचोलकर
(C) माधवराव सप्रे और पं. रामराव चिंचोलकर दोनों
(D) सुन्दर लाल शर्मा
(E) इनमें से कोई नहीं –
Answer -(C)

प्र-2.  छत्तीसगढ़ का प्रथम समाचार पत्र है/था – [CG PSC (Lib) 2017]
(A) महाकौशल
(B) छत्तीसगढ़ मित्र
(C) नवभारत
(D) देशबन्धु –
Answer – (B)

सन् 1900 ई. में माधवराव सप्रे ने पेण्ड्रारोड बिलासपुर से रामराव चिंचोलकर के सहयोग से छत्तीसगढ़ मित्र का प्रकाशन किया जो कि छत्तीसगढ़ का प्रथम समाचार पत्र है।

  1. पं. माधवराव सप्रे निम्न समाचार पत्रों के सम्पादक थे
    (1) छत्तीसगढ़ मित्र
    (2) महाकौशल
    (3) हिन्द केसरी
    (4) कर्मवीर
    सही उत्तर चुनिये
    (A) 1 एवं 2
    (B) 2 एवं 3
    (C) 1 एवं 3
    (D) 2 एवं 4
    answer -(C)

माधव राव सप्रे जी ने सन् 1900 ई. में छ.ग. मित्र एवं 1908 में हिन्द केसरी का सम्पादन किया था।

प्र-4. छत्तीसगढ़ का प्रथम दैनिक समाचार पत्र है/था – [CG PSC(Asst. Geologist)2011]
(A) महाकौशल
(B) छत्तीसगढ़ मित्र
(C) नवभारत
(D) देशबन्धु
उत्तर- (A)

  1. पं. सुन्दर लाल शर्मा द्वारा हस्तलिखित समाचार पत्र “जेल पत्रिका” कब निकाला गया – CG PSC (CMO-2) 2010]
    (A) 1907 में
    (B) 1910 में
    (C) 1922 में
    (D) 1918 में
    उत्तर- (C)
  1. छत्तीसगढ़ का प्रथम समाचार पत्र कब प्रकाशित हुआ ? [CGVyapam (PDO)2013]
     (A) 1900
    (B) 1908
    (C) 1936
    (D) 1952
    उत्तर- (A)
  1. छत्तीसगढ़ का प्रथम समाचार पत्र कहां से प्रकाशित हुआ था ?
    (A) बिलासपुर
    (B) पेण्ड्रारोड
    (C) मरवाही
    (D) रायपुर
    उत्तर- (B)
  1. छत्तीसगढ़ी भाषा का मासिक पत्रिका कौन-सा है?
    (A) छत्तीसगढ़ी
    (B) छत्तीसगढ़ मित्र
    (C) दानलीला
    (D) महाकौशल
    उत्तर- (B)

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