गोधन न्याय योजना पर निबन्ध लिखिए ?
गोधन न्याय योजना निबन्ध
छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना के बारे में जानकारी–
• शुभारंभ 20 जुलाई 2020- CG PSC (Mains, 2021
अवसर – हरेली त्यौहार के दिन
- स्थान बैहार गौठान (रायपुर)
- उद्देश्य जैविक खेती को बढ़ावा देना
- ग्रामीण एवं शहरी स्तर पर रोजगार के नए अवसरों का निर्माण करना ।
- गो-पालन एवं गो-सुरक्षा को बढ़ावा देना । |
- पशुपालकों को आर्थिक रूप से लाभांवित करना ।
‘गोठान मैप’ मोबाइल ऐप कब शुरुआत हुआ
- ऐप का लोकार्पण/शुरुआत – 20 दिसंबर, 2021
- किसके द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा
- ऐप का पूरा नाम – गोठान मल्टी ऐक्टिविटी एवं आजीविका प्रबंधन।
- निर्माता – CHiPS-चिप्स।
28. ‘छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना ‘ का प्रारंभ किस पर्व में हुआ है CGPSC 2022
(A) हरितालिका
(B) हलपष्टी
(C) हरेली
(D) छेरछेरा
20 जुलाई, 2020 को हरेली त्यौहार योजना कौन-सी है ? [CGPSC 21 मई, 2020 )
(A) किसान न्याय योजना
(B) गोधन न्याय
(C) कृषक न्याय योजना
(D) भूमिहीन कि
Ans – b
छत्तीसगढ़ में गोधन न्याय योजना का शुभारंभ किया गया
(A) 6 अक्टूबर 2020 (B) 20 जुलाई
(C) 01 जनवरी 2020 (D) 50 जुलाई
Ans – b
17 गोबर से विद्युत बनाने हेतु छत्तीसगढ़ ने निम्न में से किसका सहयोग लेने हेतु एम.ओ.यू. किया है?
(A) आई.ए.आर.आई. (13) इसरो
(C) आई.आई.टी.
(D) बी.ए.आर.सी. [CG PSC (ITI Prin.) 2022J
उत्तर- (D)
छत्तीसगढ़ की किस योजना को स्कॉच गोल्ड अवार्ड 20 मार्च, 2021 को मिला? [CG PSC (Registrar) 2021]
(A) गोधन न्याय योजना राजीव गाँधी किसान न्याय योजना
(C) नरवा गरूवा घुरुवा बाड़ी योजना
(D) उपरोक्त में से किसी को नहीं
उत्तर- (A)
राष्ट्रीय एलेट्स एनोवेशन पुरस्कार राज्य की किस योजना को अप्रैल 2022 में मिला- [CGPSC(AMO) 2022]
(A) राजीव गाँधी किसान न्याय योजना
(B) गोधन न्याय योजना
(C) मुख्यमंत्री सुपोषण योजना
(D) मुख्यमंत्री मितान योजना
उत्तर – (B)
गोधन न्याय योजना के बारे में क्या-क्या सही है? ( 15 मई 2022 तक) [CGPSC(AMO)2022]
i. स्वीकृत गौठान – 10622
ii. पंजीकृत पशुपालन – 310073
iii. कुल खरीदी- 140.71 करोड़ रू.
iv. लाभान्वित पशुपालक – 211540
(A) i, ii एवं iii
(B) i, ii, iii एवं iv
(C) एवं ii
(D) i, ii एवं iv
उत्तर- (B)
छत्तीसगढ़ में ‘महात्मा गाँधी औद्योगिक पार्क’ का सम्बन्ध है- [CG PSC (ARTO) 2022]
(A) लघु उद्योग से
(C) सौर ऊर्जा उद्योग से
(B) वृहद् उद्योग से
(D) गोठान से
उत्तर- (D)
छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना किस तिथि को प्रारंभ हुई?
(A) 1 अगस्त, 2020
(B) 1 जुलाई, 2020
(C) 20 जुलाई, 2020
(D) 21 अगस्त, 2020
Ans – c
36. 37. 38. 39. [CGPSC (Pre) 2020
गोधन न्याय योजना के बारे में कौन-सा कथन सही है?
(A) केवल राज्य के पशुपालक ही पात्र होंगे।
(B) केवल राज्य के बाहर के पशुपालक पात्र हैं ।
(C) राज्य के भीतर और बाहर के सभी पशुपालक पात्र होंगे।
(D) उपरोक्त में से कोई नहीं [CG PSC (ARTO) 2022]
उत्तर- (A)
गोधन न्याय योजना योजना का मुख्य उद्देश्य
पशुपालकों की आय में वृद्धि, पशुधन की खाली चराई पर रोक, जैविक खाद्य के उपयोग को बढ़ावा, खरीफ एवं रबी फसल सुरक्षा एवं द्विफसलीय क्षेत्र विस्तार, स्थानीय स्तर पर जैविक खाद्य की उपलब्धता, स्थानीय स्वसहायता समूहों को रोजगार के अवसर, भूमि की उर्वरता में सुधार, विषरहित खाद्य पदार्थों की उपलब्धता एवं सुपोषण। लाभार्थी : राज्य के गाय पालने वाले पशुपालक, प्रदेश के किसान और स्थानीय स्वसहायता समूह की महिलाएं।
योजना के क्रियान्वयन का दायित्व :
1. योजना की विभिन्न गतिविधियों का निर्धारित समयावधि में संपादन कराने का संपूर्ण दायित्व जिलाकलेक्टर का होगा।
2. ग्रामीण क्षेत्रों में योजना के क्रियान्वयन एवं पर्यवेक्षण का कार्य जिला स्तर एवं विकासखण्ड स्तर पर क्रमश: मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत द्वारा किया जाएगा। जबकि शहरी क्षेत्रों में यह दायित्व आयुक्त / मुख्य नगर पालिका अधिकारी, नगरीय निकाय का होगा।
प्रावधान – इस योजना के तहत गौठानों के द्वारा गोबर एवं गौ-मूत्र की खरीदी की जा रही है ।
इस आर्टिकलको पूरा पढ़े
20 जुलाई 2020-
2 रू./किलो
4 रू. / लीटर
खरीदी मूल्य
वस्तु | मूल्य |
गोबर | 2 रू./किलो जुलाई 2020 से प्रारंभ) |
गौमूत्र | 4 रू. / लीटर (28 जलाई 2022 से प्रारंभ) |
खरीदे गए गोबर से स्व-सहायता समूह द्वारा निर्मित वस्तुएं-
खाद | विक्रय मूल्य (प्रति किलो) |
वर्मी कम्पोस्ट | 10 रू. |
सुपर कम्पोस्ट | 6 रू. |
सुपर कम्पोस्ट प्लस | 6.50 रू. |
2. विद्युत उत्पादन (शुरूआत 2 अक्टूबर 2021 ) से की गई है।
3. प्राकृतिक पेंट गोबर से प्राकृतिक पेंट बनाने की लिए यूनिट लगाई जा रही है।
4. गो-कास्ट, दीया, अगरबत्ती, मूर्तियाँ एवं अन्य सामग्री का निर्माण |
खरीदे गए गौ-मूत्र से स्व-सहायता समूहों द्वारा निर्मित वस्तुएं
1. ब्रम्हास्त्र ब्रम्हास्त्र की 5 लीटर मात्रा को 200 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करने से फसलों में तनाछेदक कीट, माहो कीट एवं अन्य कीट व्याधियों के प्रकोप की रोकथाम एवं नियंत्रण में मदद मिलती है । ब्रम्हास्त्र की कीमत 10 रू. लीटर है यह महंगे रासायनिक पेस्टिसाइड का बेहतर विकल्प है । ब्रम्हास्त्र के उपयोग से खाद्यान्न रसायन मुक्त रहता है। 15 अक्टूबर 2022 तक 24,547 लीटर कीट नियंत्रक ब्रह्मास्त्र तैयार किया जा चुका है।
2. जीवामृत – जीवामृत के छिड़काव से पैदावार अच्छी होती है और कृषि लागत में कमी आती है। 15 अक्टूबर 2022 तक 16722 लीटर जीवामृत तैयार किया जा चुका है ।
कम्पोस्ट क्रांति
इस योजना के अंतर्गत क्रय किए गए गोबर से वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन और उपयोग की राज्य में एक नई क्रांति शुरू हुई है। जिससे देश में आसन्न रासायनिक खाद संकट को हल करने में मदद मिलेगी ।
कम्पोस्ट उत्पादन – क्रय किए गए गोबर से महिला समूहों द्वारा 20 लाख क्विंटल से अधिक कम्पोस्ट (15.28 लाख क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट तथा 5.08 लाख क्विंटल सुपर कम्पोस्ट एवं 18935 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट प्लस) का निर्माण किया जा चुका है।
गोबर से बिजली एवं प्राकृतिक पेंट
- गौठानों में क्रय गोबर से विद्युत उत्पादन की शुरूआत की जा चुकी है ।
- गोबर से प्राकृतिक पेंट बनाने के लिए कुमारप्पा नेशनल पेपर इंस्टिट्यूट जयपुर, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय भारत सरकार के खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड एवं छत्तीसगढ़ गौ सेवा आयोग के मध्य एमओयू हो चुका है।
- छत्तीसगढ़ सरकार की पहल पर गौठानों में दाल मिलों एवं तेल मिलों की स्थापना की जा रही है। प्रथम चरण में 197 गौठानों में दाल मिल तथा 161 गौठानों में तेल मिल की स्थापना की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
छत्तीसगढ़ में गोमूत्र खरीदी कब से चालू हुआ
- • प्रारंभ – 28 जुलाई 2022 ( पाटन के करसा गांव) से
- • खरीदी स्थल प्रत्येक जिले के दो स्वावलंबी गौठानों में पहले चरण में गोमूत्र की खरीदी की जाएगी।
- गोमूत्र की खरीदी दर – 4 रूपए / लीटर ( कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा निर्धारित)
- गोमूत्र उत्पाद – कीट नियंत्रक – ब्रह्मास्त्र व वृद्धि वर्धक जीवामृत उत्पाद तैयार किए जाएंगे।
■ उपलब्धि
- गोधन न्याय योजना से 2 लाख ग्रामीण पशुपालक किसान लाभान्वित हो रहे हैं ।
- गोबर बेच कर अतिरिक्त आय अर्जित करने वालों में 45.19 प्रतिशत महिलाएं हैं।
- पशुपालक ग्रामीणों से 31 मई 2022 तक 144.07 करोड़ रूपए का गोबर खरीदा गया।
- वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन एवं अन्य गतिविधियों से महिला समूहों को 65.18 करोड़ रूपए की आय हुई है।
- गांव में आय और रोजगार के नये अवसर सृजन तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ़ हुई है।
- छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है जहां सरकार गोबर की खरीदी करेगी।
- इसके अंतर्गत महासमुंद जिला प्रशासन द्वारा ‘नगद तोर दुआर कार्यक्रम प्रारंभ किया गया।
- • गोधन न्याय योजना को पर्यावरण संरक्षण और सतत् विकास में उत्कृष्ट योगदान के लिए स्कॉच गोल्ड अवार्ड ) प्रदान किया गया है
■ छत्तीसगढ़ में वर्मी कम्पोस्ट निर्माण में सरकार के निम्न लक्ष्य है –
- 1. पशुधन के संरक्षण और संवर्धन के लिए गौठानों का निर्माण किया जाना ।
- 2. वर्तमान में 2200 गौठानों में निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
- 3. राज्य सरकार द्वारा 2800 और नये गौठान बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
- 4. गौठानों में महिला स्व-सहायता समूहों के द्वारा वर्मी कम्पोस्ट निर्माण किया जायेगा।
- 5. इस वर्मी कम्पोस्ट की बिक्री सहकारी समितियों के माध्यम से की जायेगी ।
■ वर्मी कम्पोस्ट से लाभ –
- ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
- आर्गनिक फॉर्मिंग की ओर बढ़ावा मिलेगा ।
- 10 रू. प्रति किलो में किसानों को मिलेगा वर्मी कम्पोस्ट |
- राज्य में रोजगार एवं आय के अवसर बढ़ेंगे ।
परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण जानकारी :
- राज्य के 227 गौठानों की स्वीकृति – 10,624
- वर्तमान में निर्मित गौठानो जी संख्या – 8,408
- स्वावलंबी गौठानो की संख्या – 3089
- रायगढ़ जिले में सबसे ज्यादा 279 गौठान स्वावलंबी हुए है। राजनांदगांव जिला प्रदेश में दूसरे स्थान है, वहां 221 और तीसरे क्रम पर जांजगीर-चांपा जिला में 190 गोठान स्वावलंबी हुए हैं।
- गोधन न्याय योजनांतर्गत पंजीकृत पशुपालकों की संख्या – 3,10,073
- गोबर से विद्युत उत्पादन की शुरुआत रायपुर, दुर्ग, बेमेतरा जिले के गौठानों में हो चुकी हैं।
- गोबर से प्राकृतिक पेंट और पुट्टी बनाने के लिए राज्य के 75 चयनित गौठानों में मशीनें लगाई जा रही हैं ।
- राज्य के 227 गौठानों में तेल मिल और 251 गौठानों में दाल मिल स्थापना का काम चल रहा हैं।
- गोधन न्याय योजना के तहत 30 जून 2022 तक की स्थिति में 75.38 लाख क्विंटल गोबर क्रय किया जा चुका है, जिसके एवज में गोबर विक्रेताओं को 147 करोड़ 6 लाख रूपये का भुगतान किया गया है ।
- वर्तमान में गोधन न्याय योजना के तहत गौठान समितियों और स्व-सहायता समूहों को लाभांश के रूप में 136 करोड़ चार लाख रुपये जारी किए जा चुके हैं।
- • इस योजना को छ.ग. सरकार की सुराजी गाँव योजना के तहत शुरू किया गया था । उल्लेखनीय हैं कि योजना के पहले चरण में राज्य के 2240 गोशालाओं
- को जोड़ा गया, फिर कुछ ही दिनों में 2800 गठनों का निर्माण होने के बाद योजना के दूसरे चरण में गोबर खरीदी का कार्य किया गया ।
- इस योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ सरकार ने साल 2020 में 21 जुलाई के दिन पहली बार किसानों से गोबर की खरीदारी की थी ।
- अब तक इसके तहत लाभार्थियों को 342 करोड़ 41 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है।
विशेष– गणतंत्र दिवस परेड समारोह 2022 के लिये छत्तीसगढ़ की गोधन न्याय योजना का चयन किया गया था ।
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