छत्तीसगढ़ के शिल्पकार
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प्रमुख जनजातीय शिल्पकार
- गोविंद राम झारा – रायगढ़ (एकताल)
- जयदेव बघेल – बस्तर
- रामलाल झारा – रायगढ़ (एकताल)
- गेंदराम सागर – जांजगीर चांपा (सक्ति)
- मानिक घड़वा – बस्तर
- झितरूराम – बस्तर
- अजय मंडावी – बस्तर
- गोविन्द राम झारा
- रायगढ़ जिले के शिल्पग्राम एकताल के निवासी गोविन्दराम झारा जनजाति शिल्प के पर्याय माने जाते हैं।
- ये देश विदेश में रायगढ़ के इस शिल्प को चरम उत्कर्ष पर संस्थापित करने वाले प्रथम पुरोधा थे।
- पुरखौतिन मुक्तांगन (रायपुर) मं इनके शिल्पों का संग्रह किया जाएगा।
- मध्य प्रदेश राजकीय शिखर सम्मान 1985 को राष्ट्रपति के द्वारा पुरस्कृत
- रामलाल झारा
- रायगढ़ के एकताल ग्राम के निवासी
- बेलमेटल के निपुर्ण कलाकार
- बेलमेटल से मूर्तियां निर्मित करते हैं।
- जयदेव बघेल
- बस्तर क्षेत्र के ख्याति लब्ध शिल्पकार
- इनके शिल्प में जनजाति परंपरा अपने चरम उत्कर्ष को स्पर्श करती है।
- इनको शिखर सम्मान & मास्टर क्राफ्ट्समैन नेशनल अवार्ड मिल चुका है।
- गेदराम सागर (बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे।)
- जांजगीर-चांपा जिले के सक्ती विकासखंड के ग्राम भदरीपाली टेमर निवासी गेंदराम सागर बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे।
- प्रस्तर शिल्प, चित्रकारिता और साहित्य मर्मज्ञ में निपुण।
- गेंदराम सागर ने गद्य-पद्य में अनेक रचनाएं की थी, उनकी प्रमुख कृतियां है।
- काव्य रचनाओं में – धरती मोर परान, तुलसी सालिग्राम्य महात्म्य, नर्मदा सोनभद्र मिलन एवं प्रहरी ।
- गद्य रचनाओं में -तुलसी गंगाजल (कानी संग्रह), मोर जनम भुईया (छत्तीसगढ़ी निबंध संकलन), पंचामृत (छत्तीसगढ़ी नाटक)
- सन 2001 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा सम्मानित
- श्रीमती सोनाबाई
- राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त सोनाबाई मिट्टी शिल्प की निपुर्ण कलाकार है।
- सरगुजा के लखनपुर के पास अपने गांव में सोनाबाइ् ने मिट्टी शिल्प की निराली दुनिया बसायी है।
- The House that Sonabai Built in 2013 by Vishakha Chanchani
- Sonabai – in 2009 by Stephen P. Huyler
- सरगुजा मृदा शिल्प के अंतर्गत झेंझरी एवं दोंदकी कला के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रख्यात कला शिल्पी है।
- वृंदावन
- जन्म – बस्तर संभाग के नगरनार में
- प्रमुख मिट्टी शिल्पकार
- क्षितरूराम
- बस्तर संभाग निवासी
- मृत्तिका शिल्पकार
- मृत्तिका शिल्पों में कालजयी भावनाओं का प्रस्फुटन हुआ है।
- देवनाथ
- बस्तर संभाग के ग्राम एड़का निवासी।
- देवनाथ का मृत्तिका शिल्प चमत्कारी माना जाता है।
- अलंकृत हाथी बनाने में विशेष ख्याति अर्जित की।
9. शम्भू – नारायणपुर जिले मृत्तिका शिल्पकार
- चंदन सिंह
- पैतृक ग्राम – नगरनार
- राष्ट्रीय स्तर के मृत्तिका शिल्पकार
- नगरनार को बस्तर जिले का कौन सा ग्राम मृत्तिका शिल्प का प्रमुख केन्द्र माना जाता है।
- मानिक घड़वा
- घड़वा शिल्प बस्तर के आदिम भावनाओं का कलात्मक बिम्ब है, जिसे मानिक घड़वा ने अपनी प्रतिभा से आसीम आयाम दिया।
- अजय मंडावी
- ये कांकेर निवासी लोकप्रिय शिलपकार हैं। इनका कला सौंदर्य नवीन आयामों को स्पर्श करता है।