छत्तीसगढ़ की राजव्यवस्था क्या है
- छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना 1 नवम्बर सन् 2000 को हुई थी।
- प्रदेश सरकार द्वारा सृजनित नवीन प्रतीक वाक्य ‘विश्वसनीय छत्तीसगढ़’ है।
- छत्तीसगढ़ की विधानसभा हेतु 90 सदस्य चुने जाते है।
- छ.ग. राज्य में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 13 मंत्री हो सकते हैं।
- छत्तीसगढ़ विधानसभा में सामान्य सीटों की संख्या 51 है।
- छत्तीसगढ़ विधानसभा में अनु.जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित स्थान 29 है।
- छत्तीसगढ़ विधानसभा में अनु.जाति वर्ग के लिए आरक्षित स्थान 10 है।
- छत्तीसगढ़ की सबसे अधिक क्षेत्रफल वाली विधानसभा बीजापुर है।
- छ.ग. में सर्वाधिक मतदान केन्द्र (385) वाला विधानसभा कवर्धा है।
- छ.ग. से लोकसभा हेतु 11 सदस्य एवं राज्यसभा हेतु 05 सदस्य चयनित किये जाते है।
- छत्तीसगढ़ में लोकसभा के लिए सामान्य जाति को प्राप्त स्थान 06 हैं।
- छत्तीसगढ़ में लोकसभा के लिए अनु.जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित स्थान 04 है।
- छ.ग. में अनु.जाति वर्ग हेतु आरक्षित एकमात्र लोकसभा क्षेत्र जांजगीर-चांपा है।
- छ.ग. में राष्ट्रपति पद के चुनाव में राज्य के प्रत्येक विधायक के मत का मूल्य 129 मत हैं।
- छ.ग. में राष्ट्रपति पद के चुनाव में राज्य के प्रत्येक सांसद के मत का मूल्य 708 मत हैं।
- छ.ग. राज्य के प्रथम मंत्रिमंडल की शपथ ग्रहण तिथि 12 नवम्बर 2000 हैं।
- छत्तीसगढ़ राज्य के प्रथम राज्यपाल दिनेश नंदन सहाय थे।
- छत्तीसगढ़ विधानसभा के प्रथम प्रोटेम स्पीकर श्री महेन्द्र बहादुर सिंह थे।
- छत्तीसगढ़ राज्य के प्रथम विधानसभा अध्यक्ष पं. राजेन्द्र प्रसाद शुक्ला थे।
- छत्तीसगढ़ राज्य के प्रथम विधानसभा उपाध्यक्ष बनवारीलाल अग्रवाल थे।
- छत्तीसगढ़ राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत प्रमोद कुमार जोगी थे।
- छ.ग. विधानसभा के प्रथम नेता प्रतिपक्ष नंदकुमार साय थे।
- छत्तीसगढ़ राज्य के प्रथम गृह मंत्री नंद कुमार पटेल थे।
- छत्तीसगढ़ राज्य के प्रथम वित्त मंत्री रामचन्द्र सिंहदेव थे।
- छत्तीसगढ़ की प्रथम विधानसभा में रामदयाल उइके ने सर्वप्रथम अपने पद से इस्तीफा दिया था।
- छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण उपरांत प्रथम उप-चुनाव (19.02.01) मरवाही में हुआ था।
- छत्तीसगढ़ राज्य का प्रथम उप-चुनाव अजीतकुमार जोगी ने जीता था।
- छत्तीसगढ़ क्षेत्र से निर्वाचित प्रथम महिला सांसद मिनीमाता थी।
- छत्तीसगढ़ की विभूति मिनीमाता का जन्म असम में हुआ था।
- छ.ग. से प्रथम केंद्रीय नेतृत्व प्राप्त करने का श्रेय विद्याचरण शुक्ल को जाता है।
- वी.सी. शुक्ल ने केन्द्रीय मंत्रिमंडल में 11 बार शपथ ली है।
- छ.ग. में सर्वप्रथम क्षेत्रीय पार्टी (जय छत्तीसगढ़) का गठन पवन दीवान ने 1983 में किया था।
- छत्तीसगढ़ की प्रथम विधानसभा में 05 महिला विधायक निर्वाचित हुई थी।
- छ.ग. में 9,820 पद सरपंच हेतु है।
- बस्तर संभाग में 12 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र आते हैं।
- बस्तर संभाग में विधानसभा निर्वाचन में सामान्य वर्ग के लिए मात्र 01 स्थान है।
- छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण उपरान्त राज्य की प्रथम महिला मंत्री श्रीमती गीता देवी सिंह थी।
- छ.ग. के. पी.वाई. तामस्कर नवीन मध्यप्रदेश (1956) के प्रथम नेता प्रतिपक्ष थे।
- ई. राघवेन्द्र राव 1936 में पूर्ववर्ती मध्यप्रदेश के प्रथम भारतीय गवर्नर पद पर रहे थे।
- भारत के उपराष्ट्रपति जस्टिस मुहम्मद हिदायतुल्ला ने रायपुर में शिक्षा पाई थी।
- सेन्ट्रल प्रोविंस एवं बरार राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बनने का गौरव पं. रविशंकर शुक्ल को प्राप्त है।
- नवीन मध्यप्रदेश राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बनने का गौरव भी पं. रविशंकर शुक्ल को प्राप्त है।
- पूर्ववर्ती मध्यप्रदेश राज्य के प्रथम नेता प्रतिपक्ष बनने का गौरवठा. प्यारेलाल सिंह को प्राप्त है।
- बस्तर की महारानी प्रफुल्लकुमारी देवी छत्तीसगढ़ की प्रथम एवं एक मात्र महिला शासिका थी।
- छत्तीसगढ़ राज्य की प्रथम ई- पंचायत 26 जनवरी 2005 को अम्बिकापुर से प्रारंभ हुई थी।
- ऑपरेशन दुर्योधन की वजह से छत्तीसगढ़ के राजनांदगाँव संसदीय क्षेत्र/प्रदीप गांधी को सांसद के पद से बर्खास्त कर दिया गया था।
- पाल एलेक्स मेनन (सुकमा) छ.ग. राज्य के प्रथम जिलाधीश हैं, जिनका अपहरण नक्सलियों द्वारा (अप्रैल-2012) किया गया था।
- छत्तीसगढ़ की तृतीय व वर्तमान विधानसभा से सर्वप्रथम विधायक पद से त्यागपत्र सरोज पाण्डेय ने दिया था।
- छ.ग. राज्य केतृतीय विधानसभा केप्रतिपक्ष नेता रविन्द्र चौबे साजा विधानसभा से विधायक है।
- फिल्म निर्माता परेश बागबाहरा जो छ.ग. की प्रथम एवं तृतीय विधानसभा में विधायक है।
- राजनांदगाँव में विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की संख्या 06 है।
- रायगढ़ जिले में 05 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र हैं।
- छत्तीसगढ़ के महेन्द्र कर्मा को बस्तर टाइगर’ कहा जाता है।
- बस्तर संभाग से अरविन्द नेताम एकमात्र सांसद थे जिन्हें देश के केन्द्रीय मंत्रिमण्डल में स्थान प्राप्त हुआ है।
- देश की 15 वीं लोकसभा में छ.ग. के चरणदास महंत एकमात्र सांसद मंत्री बनाये गये हैं।
- छ.ग. के मुख्यमंत्री डॉ. रमनसिंह अब तक कवर्धा, डोंगरगाँव व राजनांदगाँव विधानसभा क्षेत्रों से निर्वाचित हुए हैं।
- पूर्व विधायक महादेव अयातुराम ने गोंडी भाषा में रामायण लिखी थी।
- अविभाजित म.प्र. की विधानसभा में गंगूराम बघेल ने सर्वप्रथम छत्तीसगढ़ी में भाषण दिया था। |
- देश की 15वीं लोकसभा में छ.ग. सेदो महिलाएं लोकसभा सदस्य (सांसद) पद पर निर्वाचित हुई।
- छत्तीसगढ़ विधानसभा (तृतीय) में वर्तमान मनोनीत सदस्य बर्नार्ड रोड्रिग्स है।
- छ.ग. के. वर्तमान मुख्यमंत्री डॉ. रमनसिंह अब तक चार बार विधायक पद पर निर्वाचित हुए है।
- छत्तीसगढ़ के जनजातीय बाहुल्य क्षेत्र में 5वीं अनुसूची लागू है।
- बस्तर विकास प्राधिकरण के प्रथम अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह है।
- छत्तीसगढ़ राज्य सूचना आयोग के प्रथम अध्यक्ष ए.के. विजयवर्गीय थे।
- छत्तीसगढ़ राज्य के तृतीय राज्यपाल ई. एस.एल.नरसिम्हन थे।
- छत्तीसगढ़ राज्य के चतुर्थ राज्यपाल शेखर दत्त है।
- छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल का गठन राज्य बनने के बाद सबसे पहले हुआ।
- श्यामलाल चतुर्वेदी छत्तीसगढ़ी राजभाषा आयोग के प्रथम अध्यक्ष थे।
- छ.ग. के प्रथम मुख्य न्यायाधीश- डब्ल्यू. ए. शीशांक थे।
- छ.ग. के प्रथम मुख्य सचिव अरूण कुमार थे।
- छ.ग. के वर्तमान में मुख्य सचिव (7वे) सुनील कुमार हैं।
- छ.ग. के प्रथम लोकसेवा आयोग अध्यक्ष श्रीमोहन शुक्ला थे।
- छ.ग. के लोकसेवा आयोग के वर्तमान अध्यक्ष प्रो. प्रदीप कुमार जोशी है।
- छ.ग. के प्रथम राजस्व मंडल अध्यक्ष श्री वी.के.एस.रे थे।
- छत्तीसगढ़ राजस्व मण्डल का मुख्यालय बिलासपुर में है।
- छत्तीसगढ़ की प्रशासनिक अकादमी रायपुर में है।
- छत्तीसगढ़ में पुलिस विभाग के सर्वोच्च पदाधिकारी का नाम डी.जी.पी है।
- छ.ग. की तृतीय विधानसभा में राज्य के वित्तमंत्री डॉ. रमन सिंह है।
- छ.ग. शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा प्रकाशित मासिक पत्रिका पंचमन है।
- सरगुजा विकास प्राधिकरण के प्रथम व वर्तमान अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह है।
- छत्तीसगढ़ राज्य के रोजगार प्रशिक्षण का प्रांतीय मुख्यालय दुर्ग में स्थित हैं।
- कोरिया जिले का जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर के नाम से जाना जाता है।
- छत्तीसगढ़ का शासकीय मुद्रणालय राजनांदगांव में स्थित है।
- छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष के निवास का नाम संवेदना रखा गया है।
- छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री के निवास का नाम करूणा रखा गया है।
- छत्तीसगढ़ राज्य के वी.आई.पी. गेस्ट हाऊस का नाम पहुना रखा गया है।
- लोकसभा के नवीन परिसीमन उपरांत सारंगढ़ लोकसभा क्षेत्र विलोपित हो गया।
15 अगस्त 2021 स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर CM भूपेश बघेल ने की घोषणा = बनेंगे चार नए जिले- मनेंद्रगढ़, मानपुर-मोहला, शक्ति और सारंगढ़-बिलाईगढ़ की घोषणा की गई ।
नए जिलों के गठन के बाद राज्य में अब 32 जिले होंगे।