हिन्दी वर्णमाला सामान्य ज्ञान
इसमें से अब तक UPSC, Police, राजस्व विभाग & पटवारी, टीजीटी प्रवेश परीक्षा, प्राथमिक शिक्षक, RPF Sub Inspector Exam, bank, बीएड प्रवेश परीक्षा, आदि एग्जाम्स में पूछे गये है
Learn Hindi Grammar FOR & All Exams वर्ण विचार (हिंदी व्याकरण)
हिंदी वर्णमाला स्वर और व्यंजन का इतिहास
वर्गों के समूह या समुदाय को वर्णमाला कहते हैं। हिन्दी में वर्गों की संख्या 45 है।
अ आ इ ई उ ऊ ऋ ए ऐ ओ औ अं अः
क ख ग घ ङ च छ ज झ ञ ट ठ ड ढ ण त थ द ध न प फ ब भ म य र ल व श ष स ह
संस्कृत वर्णमाला में एक और स्वर ऋ है। इसे भी सम्मिलित कर लेने पर वर्गों की संख्या 46 हो जाती है।
इसके अतिरिक्त, हिन्दी में अ, ड, ढ़ और अंग्रेज़ी से आगत ऑ ध्वनियाँ प्रचलित हैं।
अँ अं से भिन्न है, ड ड से, ढ ढ से भिन्न है, इसी प्रकार ऑ आ से भिन्न ध्वनि है। वास्तव में इन ध्वनियों (अँ, ड, ढ, आँ) को भी हिन्दी वर्णमाला में सम्मिलित किया जाना चाहिए। इनको भी सम्मिलित कर लेने पर हिन्दी में वर्गों की संख्या 50 हो जाती है। हिन्दी वर्णमाला दो भागों में विभक्त है- स्वर और व्यंजन।
स्वर
जिन ध्वनियों के उच्चारण में हवा मुख-विवर से अबाध गति से निकलती है, उन्हें स्वर कहते हैं।
स्वर तीन प्रकार के होते हैं, जो निम्न हैं।
- मूल स्वर वे स्वर जिनके उच्चारण में कम-से-कम समय लगता है, अर्थात् जिनके उच्चारण में अन्य स्वरों की सहायता नहीं लेनी पड़ती है, मूल स्वर या ह्रस्व स्वर कहलाते हैं; जैसे-अ, इ, उ, ऋ।
- सन्धि स्वर वे स्वर जिनके उच्चारण में मूल स्वरों की सहायता लेनी पड़ती है, सन्धि स्वर कहलाते हैं। ये दो प्रकार के होते हैं।
(i) दीर्घ स्वर वे स्वर जो सजातीय स्वरों (एक ही स्थान से बोले जान वाले स्वर) के संयोग से निर्मित हुए हैं, दीर्घ स्वर कहलाते हैं;
जैसे- अ + अ = आ
इ + इ = ई
उ + उ = ऊ
(ii) संयुक्त स्वर वे स्वर जो विजातीय स्वरों (विभिन्न स्थानों से बोले जाने वाले स्वर) के संयोग से निर्मित हुए हैं, संयुक्त स्वर कहलाते हैं;
जैसे- अ + इ = ए
अ + ए = ऐ
अ + उ = ओ
अ + ओ = औ
- प्लुत स्वर वे स्वर जिनके उच्चारण में दीर्घ स्वर से भी अधिक समय लगता है, प्लुत स्वर कहलाते हैं; जैसे- ‘ऽ‘
किसी को पुकारने या नाटक के संवादों में इसका प्रयोग करते हैं;
जैसे- राम
स्वरों का उच्चारण
उच्चारण स्थान की दृष्टि से स्वरों को तीन वर्गों में विभाजित किया जा सकता है, जो निम्न हैं।
- अग्र स्वर जिन स्वरों के उच्चारण में जिह्वा का अग्र भाग ऊपर उठता है, अग्र स्वर कहलाते हैं; जैसे—इ, ई, ए, ऐ।
- मध्य स्वर जिन स्वरों के उच्चारण में जिह्वा समान अवस्था में रहती है, मध्य स्वर कहलाते हैं;
जैसे-‘अ’
- पश्च स्वर जिन स्वरों के उच्चारण में जिह्वा का पश्च भाग ऊपर उठता है, पश्च स्वर कहलाते हैं;
जैसे—आ, उ, ओ, औ।
इसके अतिरिक्त * (*), अं (‘), और अ: (:) ध्वनियाँ हैं। ये न तो स्वर हैं और न ही व्यंजनआचार्य किशोरीदास वाजपेयी ने इन्हें अयोगवाह कहा है, क्योंकि ये बिना किसी से योग किए ही अर्थ वहन करते हैं। हिन्दी वर्णमाला में इनका स्थान स्वरों के बाद और व्यंजनों से पहले निर्धारित किया गया है।
व्यंजन
हिंदी: वर्णों के उच्चारण स्थान (वर्णमाला)
जिन ध्वनियों के उच्चारण में हवा मुख-विवर से अबाध गति से नहीं निकलती, वरन् उसमें पूर्ण या अपूर्ण अवरोध होता है, व्यंजन कहलाती हैं। दूसरे शब्दों में, वे ध्वनियाँ जो बिना स्वरों की सहायता लिए उच्चारित नहीं हो सकती हैं, व्यंजन कहलाती हैं; जैसे—क = क् + अ
सामान्यतया व्यंजन छ: प्रकार के होते हैं, जो निम्न हैं।
- स्पर्श व्यंजन जिन व्यंजनों के उच्चारण में जिह्वा का कोई-न-कोई भाग मुख के किसी-न-किसी भाग को स्पर्श करता है, स्पर्श व्यंजन कहलाते हैं। क से लेकर म तक 25 व्यंजन स्पर्श हैं। इन्हें पाँच-पाँच के वर्गों में विभाजित किया गया है। अतः इन्हें वर्गीय व्यंजन भी कहते हैं; जैसे—क से ङ तक क वर्ग, च से ज तक च वर्ग, ट से ण तक ट वर्ग, त से न तक त वर्ग, और प से म तक प वर्ग।
- अनुनासिक व्यंजन जिन व्यंजनों के उच्चारण में वायु नासिका मार्ग से निकलती है, अनुनासिक व्यंजन कहलाते हैं। ङ, ञ, ण, न और म अनुनासिक व्यंजन हैं।
- अन्त:स्थ व्यंजन जिन व्यंजनों के उच्चारण में मुख बहुत संकुचित हो जाता है फिर भी वायु स्वरों की भाँति बीच से निकल जाती है, उस समय उत्पन्न होने वाली ध्वनि अन्तःस्थ व्यंजन कहलाती है। य, र, ल, व अन्त:स्थ व्यंजन हैं।
- ऊष्म व्यंजन जिन व्यंजनों के उच्चारण में एक प्रकार की गरमाहट या सुरसुराहट-सी प्रतीत होती है, ऊष्म व्यंजन कहलाते हैं। श, ष, स और ह ऊष्म व्यंजन हैं।
- उत्क्षिप्त व्यंजन जिन व्यंजनों के उच्चारण में जिह्वा की उल्टी हुई नोंक तालु को छूकर झटके से हट जाती है, उन्हें उत्क्षिप्त व्यंजन कहते हैं। ड, ढ़ उत्क्षिप्त व्यंजन हैं।
- संयुक्त व्यंजन जिन व्यंजनों के उच्चारण में अन्य व्यंजनों की सहायता लेनी पड़ती है, संयुक्त व्यंजन कहलाते हैं;
जैसे क् + ष = क्ष (उच्चारण की दृष्टि से क् + छ = क्ष)
त् + र = त्र
ज् + अ = ज्ञ (उच्चारण की दृष्टि से ग् + य = ज्ञ)
श् + र = श्र
व्यंजनों का उच्चारण
उच्चारण स्थान की दृष्टि से हिन्दी-व्यंजनों को आठ वर्गों में विभाजित किया जा सकता है।
- कण्ठ्य व्यंजन जिन व्यंजन ध्वनियों के उच्चारण में जिह्वा के पिछले भाग से कोमल तालु का स्पर्श होता है, कण्ठ्य ध्वनियाँ (व्यंजन) कहलाते हैं। क, ख, ग, घ, ङ कण्ठ्य व्यंजन हैं।
- तालव्य व्यंजन जिन व्यंजनों के उच्चारण में जिह्वा का अग्र भाग कठोर तालु को स्पर्श करता है, तालव्य व्यंजन कहलाते हैं। च, छ, ज, झ, ञ और श, य तालव्य व्यंजन हैं।
- मूर्धन्य व्यंजन कठोर तालु के मध्य का भाग मूर्धा कहलाता है। जब जिह्वा की उल्टी हुई नोंक का निचला भाग मूर्धा से स्पर्श करता है, ऐसी स्थिति में उत्पन्न ध्वनि को मूर्धन्य व्यंजन कहते हैं। ट, ठ, ड, ढ, ण मूर्धन्य व्यंजन हैं।
- दन्त्य व्यंजन जिन व्यंजनों के उच्चारण में जिह्वा की नोंक ऊपरी दाँतों को स्पर्श करती है, दन्त्य व्यंजन कहलाते हैं। त, थ, द, ध, स दन्त्य व्यंजन हैं।
- ओष्ठ्य व्यंजन जिन व्यंजनों के उच्चारण में दोनों ओष्ठों द्वारा श्वास का अवरोध होता है, ओष्ठ्य व्यंजन कहलाते हैं। प, फ, ब, भ, म ओष्ठ्य व्यंजन हैं।
- दन्त्योष्ठ्य व्यंजन जिन व्यंजनों के उच्चारण में निचला ओष्ठ दाँतों को स्पर्श करता है, दन्त्योष्ठ्य व्यंजन कहलाते हैं। ‘व’ दन्त्योष्ठ्य व्यंजन है।
- वत्स्य व्यंजन जिन व्यंजनों के उच्चारण में जिह्वा ऊपरी मसूढ़ों (वर्स) का स्पर्श करती है, वत्र्य्य व्यंजन कहलाते हैं; जैसे–न, र, ल।
- स्वरयन्त्रमुखी या काकल्य व्यंजन जिन व्यंजनों के उच्चारण में अन्दर से आती हुई श्वास, तीव्र वेग से स्वर यन्त्र मुख पर संघर्ष उत्पन्न करती है, स्वरयन्त्रमुखी व्यंजन कहलाते हैं; जैसे—ह
वर्तनी
किसी भी भाषा में शब्दों की ध्वनियों को जिस क्रम और जिस रूप से उच्चारित किया जाता है, उसी क्रम और उसी रूप से लेखन की रीति को वर्तनी (Spelling) कहते हैं। जो जैसा उच्चारण करता है, वैसा ही लिखना चाहता है। अतः उच्चारण और वर्तनी में घनिष्ठ सम्बन्ध हैं। इस प्रकार शुद्ध वर्तनी के लिए शुद्ध उच्चारण भी आवश्यक है।
शब्दों की वर्तनी में अशुद्धि दो प्रकार की होती है।
- वर्ण सम्बन्धी
- शब्द रचना सम्बन्धी
वर्ण सम्बन्धी अशुद्धियाँ पुनः दो प्रकार की होती हैं।
(i) स्वर-मात्रा सम्बन्धी अशुद्धियाँ।
(ii) व्यंजन सम्बन्धी अशुद्धियाँ
शब्दकोश में प्रयुक्त वर्णानुक्रम सम्बन्धी नियम
- शब्दकोश में प्रयुक्त वर्णानुक्रम सम्बन्धी नियम निम्न प्रकार है
- शब्दकोश में पहले स्वर उसके पश्चात् व्यंजन का क्रम आता है।
- शब्दकोश में अनुस्वार (-) और विसर्ग (:) का स्वतन्त्र वर्ण के रूप में प्रयोग नहीं होता, लेकिन संयुक्त वर्गों के रूप में इन्हें अम, आ, इ, ई, ठ, ऊ आदि से पहले स्थान प्रदान किया जाता है,
जैसे- कं, क:, क, का, कि, की, कु, कू, के, है, को, कौ। - शब्दकोश में पूर्ण वर्ण के पश्चात् संयुक्ताक्षर का क्रम आता है,
जैसे कं, कं: —–” को, कौ के पश्चात् क्य, क्र, क्ल, क्व, क्ष। - शब्दकोश में ‘क्ष, ‘त्र, ‘ज्ञ’ का कोई पृथक् शब्द संग्रह नहीं मिलता, क्योंकि ये संयुक्ताक्षर होते हैं। इनसे सम्बन्धित शब्दों को ढूंढने हेतु इन संयुक्ताक्षरों के पहले वर्ग वाले खाने में देखना होता है, जैसे—यदि हमें क्ष’ (क् + ष) से सम्बन्धित शब्द को ढूंढना है, तो हमें ‘क’ वाले खाने में जाना होगा। इसी तरह ‘त्र’ (त् +र), ‘ज्ञ’ (ज + ञ ), श्र (श +र) के लिए क्रमश: ‘त, ज’ और ‘श वाले खाने में जाना पड़ेगा।
• ङ, ञ, ण, ड, ढ़ से कोई शब्द आरम्भ नहीं होता, इसलिए ये स्वतन्त्र रूप से शब्दकोष में नहीं मिलते
ALL Type EXAMS में Question कुछ इस प्रकार पूछे जाते है में जो नीचे दिए गए है- प्रश्न उत्तर
- भाषा की सबसे छोटी इकाई है। (uttarakhand police exams 2019)
(a) शब्द
(b) व्यंजन
(c) स्वर
(d) वर्ण
उत्तर- (d) वर्ण
- हिन्दी में मूलत: कितने वर्ण हैं? (utt police sub inspector exams 2018)
(a) 52
(b) 50
(C) 40
(d) 46
उत्तर- (d) 46
- हिन्दी भाषा में वे कौन-सी ध्वनियाँ हैं जो स्वतन्त्र रूप से बोली या लिखी जाती हैं?
(उत्तराखण्ड पुलिस सब-इंस्पेक्टर परीक्षा 2011)
(a) स्वर
(b) व्यंजन
(C) वर्ण
(d) अक्षर
उत्तर- (a) स्वर
- संयुक्त को छोड़कर हिन्दी में मूल वर्गों की संख्या है।
(a) 36
(b) 44
(c) 48
(d) 53
उत्तर- (b) 44
- स्वर कहते हैं।
(a) जिनका उच्चारण ‘लघु’ और ‘गुरु’ में होता है।
(b) जिनका उच्चारण बिना अवरोध अथवा विघ्न-बाधा के होता है।
(c) जिनका उच्चारण स्वरों की सहायता से होता है।
(d) जिनका उच्चारण नाक और मुँह से होता है।
उत्तर- B
- निम्नलिखित में से अग्र स्वर नहीं है।
(a) अ
(b) इ
(C) ए
(d) ऐ
उत्तर- (a) अ
- हिन्दी में स्वरों के कितने प्रकार हैं?
(a) 1
(b) 2
(c) 3
(d) 4
उत्तर- (c) 3
- हिन्दी वर्णमाला में ‘अं’ और ‘अ: क्या है?
(a) स्वर
(b) व्यंजन
(c) अयोगवाह
(d) संयुक्ताक्षर
उत्तर- (c) अयोगवाह
- जिनके उच्चारण में दीर्घ स्वर से भी अधिक समय लगता है, वे कहलाते हैं।
(a) मूल स्वर
(b) प्लुत स्वर
(c) संयुक्त स्वर
(d) अयोगवाह
उत्तर- (b) प्लुत स्वर
- निम्नलिखित में से कौन स्वर नहीं है?
(a) अ
(b) उ
(c) ए
(d) ञ
उत्तर- (d) ञ
- उच्चारण के समय जीभ की स्थिति के अनुसार स्वरों के कितने भेद किए गए हैं? (टी जी टी 2003)
(a) दो
(b) तीन
(c) पाँच
(d) सात
उत्तर- (b) तीन
- वे ध्वनियाँ जो स्वरों की सहायता के बिना उच्चारित नहीं हो सकतीं; वह क्या कहलाती हैं?
(a) स्वर
(b) शब्द
(C) व्यंजन
(d) संयुक्ताक्षर
उत्तर- (C) व्यंजन
- निम्नलिखित में एक स्पर्श व्यंजन है।
(a) हो
(b) छ
(C) ल
(d) ह
उत्तर- (b) छ
- हिन्दी वर्णमाला के अन्तिम पंचमाक्षरों का उच्चारण स्थान क्या है?
(a) अनुनासिक
(b) कण्ठ्य
(c) तालव्य
(d) मूर्धन्य
उत्तर- (a) अनुनासिक
- अन्त:स्थ व्यंजन हैं।
(a) श, स, ह
(b) क्ष, त्र, ज्ञ
(C) अं, अँ, अः
(d) य, र, ल, व
उत्तर- (d) य, र, ल, व
- श, ष, स और ह व्यंजन है।
(a) उत्क्षिप्त
(b) ऊष्म
(C) स्पर्श
(d) संयुक्त
उत्तर- (b) ऊष्म
- उत्क्षिप्त व्यंजन है।
(a) श, ष, स
(b) य, र, ल
(C) क्ष, त्र, ज्ञ
(d) डु, ढु
उत्तर- (d) डु, ढु
- उत्क्षिप्त ध्वनि का प्रयोग हुआ है।
(a) आरजू में
(b) खसरा में
(c) पढ़ाई में
(d) जफ़र में
उत्तर- (c) पढ़ाई में
- ज्ञ’ वर्ण किन वर्गों के संयोग से बना है?
(a) ज + ञ
(b) ज् + ञ
(C) ज +
(d) ज् + ञ्
उत्तर- (b) ज् + ञ
- क्ष, त्र और ज्ञ की गणना स्वतन्त्र वर्गों में नहीं होती, क्योंकि
(a) ये संयुक्त व्यंजन हैं।
(b) इनका प्रयोग केवल तत्सम शब्दों में ही होता है।
(c) ये व्यंजन ‘अर्द्धस्वर’ माने गए हैं।
(d) ये पूर्णतः स्वतन्त्र व्यंजन हैं।
उत्तर- (a) ये संयुक्त व्यंजन हैं।
- हिन्दी में व्यंजन वर्गों की संख्या है।
(a) 28
(b) 30
(c) 33
(d) 35
उत्तर- (c) 33
- कण्ठ्य ध्वनियाँ (व्यंजन) कौन-सी हैं?
(a) च, छ, ज, झ
(b) ट, ठ, ड, ढ
(c) क, ख, ग, घ
(d) प, फ, ब, भ, म
उत्तर- (c) क, ख, ग, घ
- ‘श’ ध्वनि का उच्चारण स्थान है।
(a) मूर्धन्य
(b) तालव्य
(C) दन्त्य
(d) ओष्ठ्य
उत्तर- (b) तालव्य
- मूर्धन्य ध्वनियाँ कौन-सी हैं?
(a) च, छ, ज, झ
(b) ट, ठ, ड, ढ
(c) त, थ, द, ध
(d) प, फ, ब, भ, म
उत्तर- (a) च, छ, ज, झ
- त, थ, द, ध, स आदि का उच्चारण स्थान है।
(a) तालव्य
(b) दन्त्य
(C) मूर्धन्य
(d) दन्त्योष्ठ्य
उत्तर- (b) दन्त्य
- जिन व्यंजनों के उच्चारण में दोनों ओष्ठों द्वारा श्वास का अवरोध होता है, वे क्या कहलाते हैं?
(a) मूर्धन्य व्यंजन
(b) ओष्ठ्य व्यंजन
(C) तालव्य व्यंजन
(d) कण्ठ्य व्यंजन
उत्तर- (b) ओष्ठ्य व्यंजन
- यदि नीचे का होंठ पूरी तरह काट दिया जाए, तो किस ध्वनि के उच्चारण में कठिनाई होगी?
(a) ‘ल’
(b) ‘ब’
(C) ‘ध’
(d) ‘ख’
उत्तर- (b) ‘ब’
- ‘व’ व्यंजन का उच्चारण स्थान है।
(a) दन्त्य
(b) ओष्ठ्य
(C) मूर्धन्य
(d) दन्त्योष्ठ्य
उत्तर- (d) दन्त्योष्ठ्य
- वत्र्य्य व्यंजन कौन-सा है?
(a) न्
(b) त
(C) स
(d) ह
उत्तर- (a) न्
- स्वर रहित ‘र’ का प्रयोग हुआ है।
(a) ट्रक में
(b) पुनर्निर्माण में
(C) त्राटक में
(d) शत्रु में
उत्तर- (b) पुनर्निर्माण में
- निम्न में से अल्पप्राण वर्ण कौन-से हैं?
(a) अ, आ
(b) क, ग
(C) य, ध
(d) फ, भ
उत्तर- (b) क, ग
- निम्नलिखित में से कौन-सी बात गलत है?
(a) ‘ध’ सघोष, महाप्राण दन्त्य है
(b) ‘ब’ सघोष, ओष्ठ्य महाप्राण है।
(c) ‘च’ अघोष, तालव्य अल्पप्राण है
(d) ‘ख’ कण्ठ्य महाप्राण अघोष है।
उत्तर- B
- जिनके उच्चारण में स्वरतन्त्रियों में कम्पन न हो, वे कहलाते हैं।
(a) घोष ध्वनियाँ
(b) महाप्राण ध्वनियाँ
(C) अघोष ध्वनियाँ
(d) अल्पप्राण ध्वनियाँ
उत्तर- (C) अघोष ध्वनियाँ
- प्रसन्नता’ में कौन-सी ध्वनि है?
(a) संयुक्त ध्वनि
(b) सम्पृक्त ध्वनि
(C) युग्मक ध्वनि
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर- (C) युग्मक ध्वनि
- निम्न में से महाप्राण ध्वनि नहीं है।
(a) क
(b) घ
(C) झ
(d) य
उत्तर- (a) क
- अघोष वर्ण कौन-सा है?
(a) अ
(b) ज
(C) ह
(d) स
उत्तर- (a) अ
- ‘सम्बल’ में कौन-सी ध्वनि है? (ग्रामीण बैंक (क्लर्क) परीक्षा 2010)
(a) सम्पृक्त
(b) संयुक्त
(C) युग्मक
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर- (a) सम्पृक्त
- अधोलिखित शब्द का कौन-सा रूप वर्तनी की दृष्टि से शुद्ध है?
(a) प्रमात्मा
(b) परमात्मा
(c) प्ररमात्मा
(d) प्रमात्म
उत्तर- (b) परमात्मा
- इनमें से शुद्ध वर्तनी वाला शब्द कौन-सा है? (MP पुलिस विभाग स्टेनोग्राफर परीक्षा 2014)
(a) घनिष्ट
(b) गनिष्ट
(c) घनिष्ठ
(d) घनिश्ट
उत्तर- (c) घनिष्ठ
- इनमें से कौन-सा शब्द रूप शुद्ध है?
(a) आर्शीवाद
(b) अशीवाद
(C) आशीव्राद
(d) आशीर्वाद
उत्तर- (d) आशीर्वाद
- शुद्ध वर्तनी वाला शब्द है
(a) दर्शनाभिलासी
(b) दर्शनाभिलाषी
(C) दर्शनभिलाशी
(d) दर्शनभिलासी
उत्तर- (b) दर्शनाभिलाषी
- शुद्ध वर्तनी वाला शब्द है।
(a) अतिश्योक्ति
(b) अतिशयोक्ति
(C) अतिश्योक्ती
(d) अतिष्योक्ति
उत्तर- (b) अतिशयोक्ति
- शब्द का शुद्ध रूप है।
(a) अगामी
(b) आगमी
(C) आगामी
(d) अगमी
उत्तर- (C) आगामी
- शुद्ध रूप है।
(a) पैत्रिक
(b) पैत्रक
(C) पैतृक
(d) पैर्तक
उत्तर- (C) पैतृक
- सही रूप है।
(a) इतिहासिक
(b) ऐतिहासिक
(c) एतिहासिक
(d) ऐतिहसिक
उत्तर- (b) ऐतिहासिक
- निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द वर्तनी की दृष्टि से शुद्ध है?
(a) प्रतिनीधी
(b) प्रतिनीधि
(c) प्रतिनिधी
(d) प्रतिनिधि
उत्तर- (d) प्रतिनिधि
- कौन-सा शब्द सही है?
(a) पूज्यनीय
(b) पूजनीय
(C) पुजनीय
(d) पूजनिय
उत्तर- (b) पूजनीय
- निम्नलिखित में से किसकी वर्तनी शुद्ध है?
(a) प्रार्थ्य
(b) चर्ण
(C) पूज्यनीय
(d) अनुगृहीत
उत्तर- (d) अनुगृहीत
- इनमें से किस शब्द की वर्तनी शुद्ध है? (इग्नू बी.एड. प्रवेश परीक्षा 2010)
(a) उपरोक्त
(b) उपर्युक्त
(c) उपरियुक्त
(d) ऊपरियुक्त ह्र
उत्तर- (b) उपर्युक्त.
- “औदार्य की तरह व्यवहार’ शब्द से कौन-सा शब्द ठीक है?
(a) व्यवहार्य
(b) व्यावर्य
(C) व्यवहारी
(d) व्यावहारिक
उत्तर- (b) व्यावर्य
- निम्नलिखित में से किस शब्द की वर्तनी अशुद्ध है? (CG प्री.डी.एड. प्रवेश परीक्षा 2010)
(a) अनंग
(b) परिहास
(c) व्यंग
(d) हास्य
उत्तर- (c) व्यंग
- शुद्ध वर्तनी पहचानिए
(a) कवयित्री
(b) कवियत्री
(c) कवियित्री
(d) ये सभी अशुद्ध हैं।
उत्तर- (a) कवयित्री
- शुद्ध वर्तनी वाला शब्द है
(a) शुश्रूषा
(b) सुश्रूषा
(C) शुश्रुषा
(d) श्रुशूषा
उत्तर- (a) शुश्रूषा
- शुद्ध शब्द रूप है (UPSC समीक्षा अधिकारी परीक्षा 2011)
(a) दुरनिवार
(b) दुर्नीवार
(C) दुःनिवार
(d) दुर्निवार
उत्तर- (d) दुर्निवार
- ‘पंचांग’ शब्द में उच्चारित ध्वनियों का लेखन निम्नलिखित में से किसमें हुआ है?
(a) पन्चाङ्ग
(b) पञ्चान्ग
(C) पञ्चाङ्ग
(d) पङ्चाङ्ग
उत्तर- (C) पञ्चाङ्ग
- शुद्ध शब्द का चयन कीजिए
(a) क्लेष
(b) क्लेश
(C) क्लेस
(d) कलेस
उत्तर- (b) क्लेश
- द्वित्व का प्रयोग किस शब्द में नहीं हुआ है?
(a) सच्चा
(b) कुता
(C) वल्गा
(d) बग्गा
उत्तर- (C) वल्गा
- निम्नलिखित शब्दों में से शुद्ध रूप है।
(a) प्रज्वलित
(b) प्रज्ज्वलित
(C) प्रजलित
(d) प्रजवलित
उत्तर- (a) प्रज्वलित
- शुद्ध शब्द छाँटिए
(a) अन्र्तद्वन्द्व
(b) अन्र्तदेशीय
(d) अन्तर्भाव
(C) अन्तर्राष्ट्रिय
उत्तर- (C) अन्तर्राष्ट्रिय
- अशुद्ध शब्द छाँटिए
(a) वाङ्मय
(b) उन्नीसवीं
(C) जयोत्सना
(d) पाँचवाँ
उत्तर- (C) जयोत्सना
- हिन्दी शब्दकोश में ‘क्ष’ का क्रम किस वर्ण के बाद आता है?
(a) क
(b) छ
(C) त्रं
(d) ज्ञ
उत्तर- (a) क
- शब्दकोश में ‘श्रद्धा’ शब्द किस शब्द के पहले आएगा?
(a) शासन
(b) शौर्य
(C) श्याम
(d) श्रमिक
उत्तर- (d) श्रमिक
- निम्न में से कौन-सा शब्दकोश में सबसे बाद में आएगा?
(a) ह्रास
(b) हार्दिक
(C) हृदय
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर- (a) ह्रास
- निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द शब्दकोश में सबसे पहले आएगा?
(a) अंकुर
(b) आकार
(c) अनिरुद्ध
(d) आँकना
उत्तर- (a) अंकुर
- इनमें से कौन-सा युग्म अघोष ध्वनि है?
(a) ग, घ
(b) ड, ढ
(C) प, फ
(d) द, ध
उत्तर- (C) प, फ
29,35 ko samjhaae
35 m क k saath य bhi mahapraan nhi h😊
35 ka answer galat hai
(A) shi answer hai
Q no 24 ka answer bhi galat hai please galat answer se students ko confuse na kare
(A) SHI ANSWER HAI
Nice
Good hindi gk tq sir🙏
Very nice 👌👌👌
thanks
TGT Hindi , political science ,based
“Cg TGT ,cg.shikshak bharti exam 2022” ki taiyari ke liye model paper, and other important study material chahiye sir .
Thanks 🙏🙏🙏
26 sitmber se milega ji model paper redy ho gya hai