मध्य प्रदेश के राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान
उत्कृष्ट सृजन को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित करने की अपनी सुप्रतिष्ठित परम्परा का अनुसरण करते हुए मध्यप्रदेश शासन ने हिन्दी व्यंग्य, ललित निबन्ध, संस्मरण, रिपोर्ताज, डायरी, पत्र इत्यादि विधाओं में रचनात्मक लेखन के लिए राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान स्थापित किया है। यह गौरव की बात है कि शरद जोशी मध्यप्रदेश के निवासी थे, जिन्हें उनकी सशक्त और विपुल व्यंग्य रचनाओं ने साहित्य के राष्ट्रीय परिदृश्य पर प्रतिष्ठित किया।
शरद जोशी ने व्यंग्य को नया तेवर और वैविध्य दिया तथा समय की विसंगति और विडम्बना को अपनी प्रखर लेखनी से उजागर करते हुए समाज को दृष्टि और दिशा प्रदान करने का उत्तारदायी रचनाकर्म किया। उनकी व्यंग्य रचनाओं ने हिन्दी साहित्य की समृद्धि में अपना सुनिश्चित योगदान दिया है। राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान का उद्देश्य साहित्य की ऐसी विधाओं की श्रेष्ठतम प्रतिभाओं को सम्मानित करना है जो कविता, कहानी, उपन्यास, नाटक, आलोचना आदि केन्द्रीय विधाओं में रचना न करते हुए भी अन्य सर्जनात्मक विधाओं के माध्यम से साहित्य की समृद्धि और बहुलता में अपना योगदान देती हैं।
निश्चय ही यह सम्मान रचनात्मक उत्कृष्टता, सुदीर्घ साधना और असाधारण उपलब्धि के निविर्वाद मानदण्डों पर ही देय है। सम्मान के अन्तर्गत 51 हजार रुपये की राशि और प्रशस्ति पट्टिका दी जाती है।
राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान
- श्री हरिशंकर परसाई 1992-93
- श्री मनोहर श्याम जोशी 1993-94
- श्री श्रीलाल शुक्ल 1994-95
- श्री विवेकी राय 1996-97
- श्री रामशरण जोशी 1997-98
- श्री रवीन्द्रनाथ त्यागी 1998-99
- श्री कृष्ण कुमार 1999-00
- श्री काशीनाथ सिंह 2000-01
- श्री अमृतलाल वेगड़ 2001-02
- श्री प्रयाग शुक्ल 2002-03
- श्री दूधनाथ सिंह 2003-04
- डॉ. ज्ञान चतुर्वेदी 2004-05
- श्री कृष्ण चराटे 2005-06
- श्री बिशन टण्डन 2006-07
- श्री आलोक मेहता 2007-08