राष्ट्रकूट वंश इन हिंदी Rashtrakuta Vansh Gk Question And Answer

 राष्ट्रकूट 

1) दंतीदुर्ग (735-756) ने इस साम्राज्य की स्थापना की. राष्ट्रकूटों ने चालुक्यों को उखड फेंका और 973 ई. तक शासन किया.

 2) दंतीदुर्ग का उत्तराधिकारी कृष्ण प्रथम (756-774) बना. कृष्ण प्रथम ने द्रविड़ शैली के एलोरा के प्रसिद्द कैलाशनाथ मंदिर का निर्माण करवाया.

 3) इस वंश के अन्य शासक थे गोविन्द द्वितीय (774- 780), ध्रुव (780-790), गोविन्द तृतीय (793-814) और अमोघवर्ष नृपतुंग प्रथम (814-887).

 4) अमोघवर्ष इस वंश का महान शासक था. वह गोविन्द तृतीय का पुत्र था. अमोघवर्ष के साम्राज्य के विस्तार के विषय में अरबी यात्री ‘सुलेमान’ से जानकारी मिलती है जो 851 ई. में उसके दरबार में आया था और अपनी पुस्तक में लिखा है कि ”उसका साम्राज्य उस समय के दुनिया के चार बड़े साम्राज्यों में से एक था”.

 5) इस दौरान भारत में आये अरबी यात्री, अल-माश्दी ने राष्ट्रकूट राजा को, ‘भारत का महानतम राजा’ कहा है. कल्याणी का चालुक्य वंश की स्थापना तेल प्रथम द्वारा 974-75 में राष्ट्रकूटों के पराभव के बाद हुई थी.

 6) उसके द्वारा स्थापित राजवंश, जिसकी राजधानी कल्याणी (कर्नाटक) थी, बाद के कल्याणी के चालुक्य कहलाये (प्रारंभिक चालुक्य बादामी के चालुक्य थे). तैलप ने 23 वर्ष (974-997) तक शासन किया.

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