सेन (11वीं से 12वीं शताब्दी)
1) सेन वंश ने पालों के बाद बंगाल बंगाल पर शासन किया.
2) इसका संस्थापक सामंतसेन था जो ‘ब्रम्हक्षत्रिय’ कहलाया.
3) सामंतसेन के बाद उसका पुत्र हेमंतसेन गद्दी पर बैठा. इसने बंगाल की अस्थिर राजनीतिक स्थिति का लाभ उठाकर एक स्वतंत्र रियासत के रूप में खुद को प्रमुखता से स्थापित किया.
4) हेमंतसेन का पुत्र विजयसेन (प्रसिद्द राजा) लगभग सम्पूर्ण बंगाल पर नियंत्रण स्थापित कर अपने परिवार को प्रकाश में लाया. विजयसेन ने अनेक उपाधियाँ ली जैसे – परमेश्वर, परमभट्टारक और महाराजाधिराज.
5) प्रसिद्द कवि श्रीहर्ष ने उसकी प्रशंसा में विजयप्रशस्ति की रचना की.
6) विजयसेन का उत्तराधिकारी उसका पुत्र बल्लालसेन बना. वह एक प्रसिद्द विद्वान था.
7) लक्ष्मणसेन के शासन के दौरान ये साम्रज्य पतन की ओर आ गया था. देवगिरी के यादव (12वीं से 13वीं शताब्दी)